21-जुलाई-2017 16:56 IST
आतंकी घटनाओं और घुसपैठ में भी लगातार हो रही है वृद्धि
नई दिल्ली: 21 जुलाई 2017: (पीआईबी)::
पिछले तीन वर्षों और मौजूदा वर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा किये जाने वाले संघर्ष-विराम उल्लंघन का ब्यौरा इस प्रकार है :-
* 11 जुलाई, 2017 तक
# 30 जून, 2017 तक
सुरक्षा कर्मियों के नजदीकी रिश्तेदारों को दी जाने वाली एकमुश्त अनुग्रह राशि का ब्यौरा :-
केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों/राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मृत नागरिकों, सुरक्षाबल कर्मियों को अनुग्रह राशि/मुआवजे का भुगतान किया जाता है।
सरकार द्वारा उठाये गये प्रतिरोधी कदम :- दुश्मन की गोलाबारी का मुकाबला करने के लिए सभी अग्रिम चौकियों को मजबूत बनाया गया है। अपनी कैजुअल्टी को न्यूनतम करने के मद्देनजर दुश्मन की गोलाबारी के खिलाफ मानक अभियान प्रक्रिया मौजूद है।
भारतीय फौज आवश्यकता पड़ने पर संघर्ष-विराम उल्लंघन का उचित जवाब देती है। इसके अतिरिक्त संघर्षविराम उल्लंघन का मुद्दा मौजूदा प्रणाली के तहत हॉटलाइन, फ्लैग मीटिंग और दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच होने वाली साप्ताहिक वार्ता के दौरान उठाया जाता है।
हाल में जम्मू और कश्मीर राज्य में नियंत्रण रेखा पर दुश्मनों द्वारा किसी भी प्रकार की सशस्त्र घुसपैठ नहीं हुई है।
सेना के विरूद्ध आतंकी घटनाओं का ब्यौरा इस प्रकार है :-
नियंत्रण रेखा पर नाकाम घुसपैठ प्रयासों (आईबीई) और कैजुअल्टी का विवरण इस प्रकार है :-
संघर्ष की स्थिति को छोड़कर शेष सभी प्रतिस्थापनाओं में सेना में महिला अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है।
यह जानकारी आज लोकसभा में श्रीमती सुप्रिया सुले एवं अन्य को दिये गये एक लिखित उत्तर में रक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने दी। (PIB)
वीके/एकेपी/जीआरएस – 3081
नई दिल्ली: 21 जुलाई 2017: (पीआईबी)::
पिछले तीन वर्षों और मौजूदा वर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा किये जाने वाले संघर्ष-विराम उल्लंघन का ब्यौरा इस प्रकार है :-
संघर्ष-विराम उल्लंघन की संख्या | ||
वर्ष | सेना के नियंत्रण के अधीन जम्मू एवं कश्मीर राज्य में नियंत्रण रेखा पर | सीमा सुरक्षा बल के अधीन जम्मू एवं कश्मीर राज्य में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर |
2014 | 153 | 430 |
2015 | 152 | 253 |
2016 | 228 | 221 |
2017 | 228 (11 जुलाई तक) | 23 (30 जून तक) |
पिछले तीन वर्षों और वर्तमान वर्ष के दौरान संघर्ष-विराम उल्लंघन में हताहत होने वाले सुरक्षा कर्मियों/नागरिकों का ब्यौरा निम्न प्रकार है :-
समय | सैन्य कर्मी* | बीएसएफ कर्मी # | नागरिक# | |||
मृतक | घायल | मृतक | घायल | मृतक | घायल | |
2014 | 01 | 11 | 02 | 17 | 14 | 101 |
2015 | 06 | 17 | 04 | 09 | 16 | 71 |
2016 | 08 | 74 | 05 | 25 | 13 | 83 |
2017 | 04 | 21 | 01 | 03 | 03 | 14 |
# 30 जून, 2017 तक
सुरक्षा कर्मियों के नजदीकी रिश्तेदारों को दी जाने वाली एकमुश्त अनुग्रह राशि का ब्यौरा :-
क्र.सं. | विवरण | 01/01/2006 से प्रभावी | 01/01/2016 से प्रभावी |
1. | आतंकी हिंसा में कर्तव्य निवर्हन के दौरान मृत्यु होने पर | 10 लाख रूपये | 25 लाख रूपये |
2. | युद्ध में दुश्मन की गतिविधियों या सीमा संघर्षों या उग्रवादियों,आतंकियों आदि के विरूद्ध कार्रवाई में होने वाली मृत्यु | 15 लाख रूपये | 35 लाख रूपये |
3. | सेना सामूहिक बीमा निधि | 30/09/16 से प्रभावी | 01/10/16 से प्रभावी |
अधिकारी | 60 लाख रूपये | 75 लाख रूपये | |
जेसीओ/अन्य पद | 30 लाख रूपये | 37.5 लाख रूपये |
इसके अतिरिक्त नियमानुसार उदार पारिवारिक पेंशन, मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति-ग्रेच्युटी आदि जैसे अन्य लाभ।
केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों/राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप मृत नागरिकों, सुरक्षाबल कर्मियों को अनुग्रह राशि/मुआवजे का भुगतान किया जाता है।
सरकार द्वारा उठाये गये प्रतिरोधी कदम :- दुश्मन की गोलाबारी का मुकाबला करने के लिए सभी अग्रिम चौकियों को मजबूत बनाया गया है। अपनी कैजुअल्टी को न्यूनतम करने के मद्देनजर दुश्मन की गोलाबारी के खिलाफ मानक अभियान प्रक्रिया मौजूद है।
भारतीय फौज आवश्यकता पड़ने पर संघर्ष-विराम उल्लंघन का उचित जवाब देती है। इसके अतिरिक्त संघर्षविराम उल्लंघन का मुद्दा मौजूदा प्रणाली के तहत हॉटलाइन, फ्लैग मीटिंग और दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच होने वाली साप्ताहिक वार्ता के दौरान उठाया जाता है।
हाल में जम्मू और कश्मीर राज्य में नियंत्रण रेखा पर दुश्मनों द्वारा किसी भी प्रकार की सशस्त्र घुसपैठ नहीं हुई है।
सेना के विरूद्ध आतंकी घटनाओं का ब्यौरा इस प्रकार है :-
वर्ष | घटनाओं की संख्या | सैन्य कैजुअल्टी |
2015 | 04 | - |
2016 | 09 | 31 |
2017 (11 जुलाई, 2017 तक) | 14 | 09 |
नियंत्रण रेखा पर नाकाम घुसपैठ प्रयासों (आईबीई) और कैजुअल्टी का विवरण इस प्रकार है :-
वर्ष | आईबीई की संख्या | मारे गये आतंकी | शहीद सैन्य कर्मी |
2014 | 23 | 39 | 09 |
2015 | 18 | 30 | 08 |
2016 | 27 | 37 | 09 |
2017 (11 जुलाई, 2017 तक) | 16 | 36 | 03 |
संघर्ष की स्थिति को छोड़कर शेष सभी प्रतिस्थापनाओं में सेना में महिला अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है।
यह जानकारी आज लोकसभा में श्रीमती सुप्रिया सुले एवं अन्य को दिये गये एक लिखित उत्तर में रक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष भामरे ने दी। (PIB)
वीके/एकेपी/जीआरएस – 3081
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