Wednesday 24 April 2019

राष्ट्र हित में होमगार्डों के प्रति सरकार जल्द जरुरी कदम उठाये।

अब वक्त आगया है की सरकार  इनकी तरफ ध्यान  दे। 
Dr. Bharat : F.I.B. -  First Investigation Bureau >>  Social Service 
फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ने , भारत के राष्ट्रपति ,प्रधानमन्त्री , पंजाब के मुख्यमंत्री , DGP, HRC, अन्य सम्बंधित विभाग को विशेष पत्र लिखा। 
जिस तरह एक अलीशान महल या मकान बनाने में एक छोटे से ईंट रोड़े का भी बहुत महत्व  होता है जो एक साबुत ईंट का होता है , उसी तरह देश समाज की भलाई , अपराधों की रोकथाम , और देश की सुरक्षा में पुलिस , सुरक्षा बालों के साथ कंधे से कन्धा मिला कर देश हित  के कार्यों में कार्यरत सिविल डिफेंस होमगार्ड के जवानो के द्वारा किये जा सहयोग कुर्बानियों को दरकिनार करना देश हित  में होगा? क्या इनकी कुर्बानियों को नजर अंदाज करना ठीक होगा ?, इनकी इन्ही कठिनाइयों को देखते हुए  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (FIB,) ने माननीय महा माहिम राष्ट्रपति महोदय , माननीय प्रधानमंत्री , माननीय मुख्यमंत्री पंजाब , मानवाधिकार आयोग पंजाब. पुलिस महानिदेशक पंजाब , को विशेष रिपोर्ट पात्र भेजते हुए सार्थक कदम उठाने की गुजारिश की , साथ ही  पत्र की कॉपी लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर को भी जानकारी रिकॉर्ड सहयोगात्मक के लिए भेजी है।  
    देश चारों  तरफ से विदेशी ताकतों से घिरा हुआ है , देश विरोधी शक्तियां के खुरापाती कार्यों से हमरा  देश  बहुत कुछ नुक्सान उठा चूका है  हमेसा हमारा  देश आतंकवादी गतविधियों से त्रस्त  रहा है , हमारे स्पेशल फोर्सेज सुरक्षा बालों को हर वक्त विश्वासी  सहयोगी की जरुरत रहती है  जिसपर पूर्ण यकीन किया जा सके ऐसे में  यही  सिविल डिफेन्स  होमगार्ड से ज्यादा विश्वासी  दूसरा जल्दी नहीं मिल सकता जिलों की बात अलग करके महा नगरों जैसे मुंबई महाराष्ट्र के अन्य शहर , देश की राजधानी दिल्ली , सहित पुरे देश के सुरक्षा में लगे होमगार्डों के सन्दर्भ में  सरकार को इनके भविष्य को ध्यान में रखकर इनको पूर्ण सुविधाएं देना राष्ट्र हित और समाज हित  में ही होगा क्योंकि इन्हे भी पुलिस अर्द्धसैनक बलों जैसे ही शिक्षा  दी जाती है।  अक्सर देखा जाता है की जब भी किसी अन्य राज्य में सुरक्षा बंदोबस्त की जिम्मेदारी संभालनी होती है तो सुरक्षा बलों के साथ सिविल डिफेन्स होमगार्ड की डियूटी भी लगाई जाती है ऐसी कार्यों में इनको अन्य सुरक्षा कर्मियों की तरह सरकारी सहायता मिलती है ?, इनकी जायज मांग को लेकर लगभग  पिछले दस महीनों से होमगार्ड वैल्फेयर असोसिएशन रिट. पंजाब की तरफ से रोपड़ जिले में लगातार धरना दिया जा रहा है , डिफेन्स से सम्बंधित देश में इतना लम्बा धरना  पहली बार देखने में आया है। 
     यह अलग बात है की इनकी सेवाओं को देखते हुए  इनकी पदोन्नति कर के दो तीन स्टार लगाकर या और मानसम्मान देकर अफसर रैंक भी दिया जाता है  पर अन्य बलों के द्वारा इनके साथ कई बार सौतेला ब्योहार भी किया जाता है की ??? हैं तो....?....... ??
        इनकी सेवाओं को देखते हुए विधान सभा स्टेट गवर्नमेंट  के साथ साथ केंद्रीय सरकार लोकसभा में प्रस्ताव पारीतकर सार्थक रास्ता निकाले और देश हित में कार्यरत इनको बुढ़ापा पेंशन भी लागु करे ताकि इनके पारिवारिक जीवन को सुधारा जा सके। 

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Monday 15 April 2019

सरकार हमसे छुपा रही है || Padmnabhswamy व् अन्य मंदिरों के खजाने

ऐसा खजाना किस  काम का जो भूखे गरीब देश वासियों के काम न आ सके।
Dr. Bharat : Director - First Investigation Bureau Intelligence Media Service & अध्यात्म जगत। 
इतिहास गवाह है जब जब शासकों राजाओं ने मनमर्जी, तानाशाही की और उनके मंत्रियों ने दबंगई गुंडागर्दी कर देश के नागरिकों को जुल्म ढाहने का काम किया है तब तब देश गुलाम हुआ है , और विदेशी आक्रांतों ने  हमारे मंदिरों में एकत्रित सोने हीरे मोती जवाहरात से भरे ऐसे खजानों को लुटा  है और नाम दिया गया की विदेशी आक्रमण करियों ने हमारे मंदिरों को तोडा और नुक्सान पहुँचाया जब की आक्रांत करियों का भगवान की मूर्ति तोड़ने का कोई मंसूबा नहीं उन्हें यह मालूम था की भगवान् के नाम पर इकट्ठा किया गया खजाना भगवान् के मूर्तियों के नीचे तह खानों में छुपा कर रखा गया है।  ने ।     
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     हम न तो धर्म विरोधी हैं , और न ही देश समाज के खिलाफ हैं , हम सनातन धर्म , प्रकृति के असूलों नियम  और ईश्वरी शक्ति को मानने तथा वेद , शास्त्र , पुराण महाभारत ,गीता , व अन्य  धर्म ग्रंथों , का आदर करते हुए मौजूदा सत्य को वैज्ञानिकी की  तरह से प्रस्तुत कर रहे हैं , की क्या बात है की आज देश के पास न तो वैज्ञानिकों की कमी न ही किसी भी वस्तु की कमी   फिर भी देशवासी दुखी ? आखिर क्यों  कहाँ मर गयी मानवता , कहाँ खो गया मानव की समानता, ऐसे खजाने से देश की गरीबी ख़त्म होकर सुरक्षा क्षेत्र में हम विश्व में अग्रणीय हो सकते हैं  , लेकिन  कुव्यवस्था ने देश का बेड़ागर्क करके रख दिया है। 
     इन वीडिओ  को यहाँ दिखाने का मुख्य कारन  वह सच्चाई सामने लाना है जो सामने है  ? जो परदे के पीछे है , और जो छुपाया जारहा है आखिर क्यों बरगलाया जाता है  क्या कारण  है 


       जब की  यह सत्य है की " ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किकंच जगत्यां जगत "     भगवान् इस जग के कण कण में जर्रे जर्रे में विद्मान है। और हर वस्तु उसी ने पैदा की है  उसे  किसी भी वस्तु चीज की जरुरत नहीं , उसे तो आपकी भावना भाव प्राणियों में प्यार मुहब्बत आपसी सद्भावना हो यही सभी धर्मग्रन्थ बताते हैं। सोने चांदी ,हीरे ,मोती ,जवाहरातों की उसे जरुरत नहीं। अबतक प्राप्त जानकारियों के मुताबिक हमारे देश की ७ मंदिरों में इतना हीरे मोती जवाहरात सोने  जैसी बहुमूल्य खजाने भरे पड़े हैं , जितना अमेरिका रूस जैसे दो चार मुल्कों के पास नहीं है?. ( जो सरकारी खजानों में सोने हैं वह अलग उसके विषय में फिर दुबारा लिखा जायेगा )  भगवान् के नामपर धर्म के ठीकेदार जितना  ऐशोआराम कर रहे हैं उतना तो दुनियां के सबसे अमीर धनाढ्य  पूंजीपति भी नहीं कर रहे हैं ?. और हमारे देश में 60 प्रतिशत  लोग शिक्षा , स्वास्थय चिकित्सा , खाने पीने  रोजमर्रा जरूरतों  के लिए और कितने भुखमरी में जीने को मजबूर ? राजनीतिक नेता अपने स्वार्थ के लिए क्यों अपने ही देश की जनता का खून चूसकर झूठे अस्वाशन देकर  विदेशी लुटेरों को आमंत्रित करते हैं। 
      कहावत मशहूर है की शहीदों के चिताओं पर कैसे लगेंगे हर वर्ष मेले , नेताओं को देश लूटने और गद्दी के लिए लड़ने  से फुर्सत ही कहाँ है। 
 वन्दे  मातरम ,जय हिन्द ,
               डाक्टर भारत 


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Wednesday 10 April 2019

राष्ट्रीय दलित सुरक्षा सेना RDSS ने पुरानी कमेटी (बॉडी ) भंग की।

 दलित  समाज को ज्ञान , शिक्षा के बलपर ही आगे बढ़कर ऊपर उठना है।
 balwinder singh baggan: Incharge  FIB, Media Intelligence Unit Ropar Pb.
संविधान के रचइता महान पुरुष डाक्टर भीम राव अम्बेडकर ने दलितों को कहा था की शिक्षित बनो ,संगठित बनो और अपने रुकावटों परेशानियों से संघर्ष करो  तभी समाज में तुम आगे बढ़ सकते हो। और आज भी उन्ही के बताये हुए रस्ते पर चलकर दलितसमाज आकाशकी ऊंचाइयों तक पहुँच सकता है और पहुँच भी रहा है।   


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इन्ही सब कार्यों और दलित समाज की भलाई के लिए कार्य कर रही RDSS, राष्ट्रिय दलित सुरक्षा सेना की एक विशेष बैठक पंजाब के रोपड़ जिले के श्री आनंदपुर साहिब हाईवे के कोटला पावर हाउस के पास आज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सबीर द्राविड़ की अध्यक्षता में हुई।  जिसमें राष्ट्रिय उपाध्यक्ष राहुल मालिक , राष्ट्रिय प्रचार मंत्री जिला सिंह , अमृतसर के प्रधान अमित दानव , हेमंत वैद ,नूरपुर बेदी के प्रधान सतीश कुमार व्  अनेक गणमान्य  के आलावा  डेमोक्रेटिक इंडिया अम्बेडकर  पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष परसोत्तम चड्ढा ने भाग लिया। राष्ट्रीय दलित सुरक्षा सेना और अच्छे तरह से काम को आगे बढ़ा सके को देखते हुए बैठक में सर्व सम्मति से पुरानी वर्किंग कमेटी (बॉडी ) को भंग कर दिया गया है ताकि समाज हित के कार्यों को आगे बढ़ा सकें।  

Tuesday 9 April 2019

देवी दुर्गा माँ के 108 नाम तथा अर्थ | 108 Names of Goddess Durga with me...

 आदि शक्ति महा दुर्गा के १०८ नामों की रहश्य मई कृपा।  
Dr. Bharat  F.I.B. Media Service and आध्यात्मिक चिंतक। 

        महा महिमा मई जगदम्बा  भगवती महा माया भवानी चण्डिके  आदि शक्ति महा दुर्गा ही सम्पूर्ण अ
खिल ब्रह्माण्ड ही क्या ब्रह्माण्ड से और काल से परे पारब्रह्म परमेश्वरी  ही हैं जिनके आज्ञा के बिना ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश भी कुछ नहीं कर सकते  यह प्रमाणित सत्य है। 
यह छोटा सा लेख धर्म और समाज हित को ध्यान में रखते हुए शारदीय नवराता के नवमी पूजन के अवसर पर प्रसारित किया गया।   डॉक्टर भारत   7 oct.2019

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       महा शक्ति मां दुर्गा के विषय में जितना भी लिखा जाये वह कम ही है , क्योंकि सात लोक के व्याखान करना और इन लोकों में इनकी लीला ही ब्याप्त है। आपकी जानकारी के लिए इतना ही कहा जा सकता है की एक लोक में सात अरब आकाशगंगा हैं , जिनमे एक आकाश गंगा के दक्षिणी छोर पर हमारा सौर मंडल अधिपति सूर्य अपने ग्रह नक्षत्रों के साथ चल रहा है,  जबकि हमारे सूर्य से हजारों लाखों क्या करोड़ों गुणे बड़े सूर्य अपने निर्धारित मार्ग से चल रहे हैं। इन सबके बीच में हमारी पृथ्वी और पृथ्वी पर मानव रूप में सूक्ष्म प्राणी हम आप सभी अपनी जिंदगी अपने कर्मों के हिसाब से जी रहे हैं। 
           महा शक्ति मां दुर्गा सातों लोक से भी परे हैं , ब्रहम्मा ,विष्णु महेश ( शंकर ) सब इनके अधीन इन्ही के द्वारा उत्पन्न किये गए हैं और अपने अपने लोकों क्षेत्रों  के दिए गए कार्य को कर रहे हैं। ( किसी गरंथ में नौ करोड़ दुर्गा ,सात करोड़ शिव का भी जीकर है, 108 नाम रूप माता के इस पृथ्वी पर जन कल्याण के लिए समय समय पर लिए गए रूप में प्रकट होने के कारण पड़े हैं   ) हर लोक के शक्ति माँ दुर्गा की अलग अलग शक्तियां अलग अलग नामों से अपने कार्य को आगे बढ़ा रही हैं , एक से छह लोक काल के अधीन हैं , सातवीं भी जो खुद महा काल महाकली नाम से जानी जाती हैं इनसे नीचे सब काल के अंत में अपने आपको मिटा लेती हैं। इनसे परे दो शक्तियाँ काल से भी परे हैं जिसे महागौरी सिद्ध दात्री के नाम से जानी जाती हैं , इन्हीं को पार ब्रह्म परमेश्वरी, महा दुर्गा, आदिशक्ति ,आदिमाता के नाम से जानी जाती  हैं। यहाँ यह लिखना भी जरुरी है की कलयुग में पुरुष रूप में  ईश्वरी शक्ति का अवतार नहीं हुआ हैं सिर्फ नाम का आधार चल रहा है , अगर ईश्वरी शक्ति के रूप में कोई शक्ति है तो वह हैं माता वैष्णो देवी , उनकी रक्षा सुरक्षा के लिए हनुमान जी सूक्ष्म रूप में माता के साथ हैं।  हमारी पृथ्वी पर  अगर जिज्ञाशु ब्यक्ति मां दुर्गा को वास्तव में जानना चाहता है तो श्री  दुर्गा सप्तशती और  श्री पुराणों में श्रोमणि श्री मद देवी भगवत पुराण व अन्य ग्रंथों को धार्मिक ही नहीं आध्यात्मिक विज्ञानिक दृष्टि कोण से अध्यन करे तब वह अखिल ब्रह्माण्ड  माता दुर्गा को ज्यादा तो नहीं पर  थोड़ा जान सकता हैं। 

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Dr.Bharat :National Director
सभी देश वासियों को नवराति की हार्दिक  बधाई , सभी का सुबह मंगल हो। 

Sunday 7 April 2019

देश में एक होमगार्ड, सिविल डिफेन्स की नौकरी की अहमियत क्या है?।

पंजाब राज्य होमगार्ड की कुर्बानियों ,सेवाओं को नज़र अंदाज करना देश समाज हित में नहीं। 
First Investigation Bureau F.I.B. Intelligence Media Service
पंजाब राज्य रिट. होमगार्ड वेलफेअर  अस्सोसिएशन के उच्च अधिकारीयों की F.I.B.  Head Office में विशेष बैठक। 
देश में एक होमगार्ड, सिविल डिफेन्स की नौकरी की अहमियत क्या है, क्या इनके द्वारा  दी जारही सेवाओं को इग्नोर करना ठीक है ?।  नाम तो बड़ा काम भी बड़ा , पर क्या सरकार द्वारा  इन्हे वह सब सुविधाएँ मिल रही हैं जो एक मामूली से चपरासी तक को मिलती हैं। शायद नहीं एक गांव के बुजर्ग को बुढ़ापा पेंशन मिल सकती है पर होमगार्ड को नहीं ,24 घंटे गुलामी सी जी हजूरी के बाद उच्च अफसरों के इशारे पर बधुआ मजदूर जैसा  कार्य करना पड़ता है।  इनके साथ शासन प्रशासन की बेरुखी क्या आज़ाद भारत की यही समानता है क्यों मानवता और समानता  की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। 1984 से या  जब से पंजाब में आतंकवाद का दौर चला तब से प्राप्त सुचना के मुताबिक 370 के करीब होमगार्ड सिविल डिफेन्स के नौजवान मरे जा चुके हैं या यूँ कहा जा सकता है  शहीद हो चुके हैं और कितने ही घायल हुए इसको भी भारत सरकार अच्छी तरह जानती  है, और आज भी जहाँ जहाँ भी सुरक्षा की जरुरत हो रही है वहां वहां सुरक्षा बालों  के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर सुरक्षा में ड्यूटी देकर अपना फ़र्ज़ पूरा कर रहे हैं। 
      प्रांतीय सरकार द्वारा कम बेसी जो भी दिहाड़ी तन्खा दे रही है वे उसी में अपने परिवार का पालन पोशण कर गुजरा कर रहे हैं।  यहाँ तक तो ठीक है  लेकिन  नौकरी ख़त्म होने के बाद या रिटायर के बाद इनको कोई सहायता  या पेंशन तक नहीं दी जाती आखिर  ऐसा क्यों ?  सरकार इनके द्वारा दी गयी सेवाओं को क्यों ठन्डे बस्ते में डालकर इनके साथ मज़ाक किया जा रहा है। 
     इन्ही सब मुसीबतों को झेलते दुखी परेशान सिविल डिफेन्स होमगार्डों की भलाई के लिए गठित होमगार्ड वेलफेयर असोसिएशन रीटा .  रेजिस्टर्ड नम्बर 137  पंजाब द्वारा पिछले  270 बहत्तर  दिनों से अपने हक़ अपनी मेहनत क़ुरबानी का जायज हक़ पेंशन  के लिए रोपड़ टोलप्लाजा के पास लगातार धरना दे रहे हैं इस धरने के दौरान दो ब्यक्तियों की मौत भी हो चुकी है लेकिन अबतक   इन की कोई सुनवाई नहीं , इधर  उधर दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर दुखी  धरना दी रहे असोसिएशन पंजाब के प्रेजिडेंट सरदार गुरदीप सिंह, वाइस प्रेजिडेंट मिथु सिंह मंडरा, सेक्रेटरी अमरजीत सिंह , निरमल सिंह व अन्य दो साथियों के साथ मजबूर होकर समाज व  राष्ट्र हित में में कार्य कर रहीं गुप्तचर मीडिया संगठन F.I.B. फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो के कार्यालय में अपनी फर्याद लेकर 6 अप्रैल को विशेष मुलाकात की।  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो भारत के माननीय प्रधानमंत्री, माननीय गृह मंत्री , पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री , माननीय राजयपाल , व सम्बंधित अधिकारीयों से पुरजोर मांग करती है की राष्ट्र हित में सुरक्षा के कार्य कर रहे इन लोगों की मांग को देखते हुए जल्द निर्णयात्मक फैसला लेकर अपना दिशानिर्देश जारी करे ताकि भविष्य में हर नागरिक देश समाज की सेवा के लिए अग्रसर होकर देश सेवा कर सके।                    
                                                         

                                                FIB, कार्यालय में सिविल डिफेन्स PHG के पदाधिकारियों की विशेष बैठक 

Friday 5 April 2019

वक्त आगया है की जनता खुद फैशला करे।

 देश समाज को शक्तिशाली करने का शायद दुबारा मौका मिले न मिले।   
F.I.B. Intelligence Media Service 
मौजूदा समय की राजनीति  इतनी गन्दी बदबूदार हो गयी है कि कोई भी बुध्जीवी संभ्रात राजनीत में आना नहीं चाहेगा। अगर समाज में कहीं राजनीतिक बात होती है तो ज्यादातर इतनी गन्दी गन्दी गाली देते देने लगते हैं की दुःख  होता है की कभी राजनीतिक नेता के नाम पर लोग आदर सम्मान देते हुए बहुत कुछ न्योछावर कर देते थे , लेकिन आज इनका स्तर इतना गिर चुका है की कहने वाले  आज के नेताओं को ?𝐀𝐔ℚ तक कहने से नहीं चूकते  ????? कौन है इन सबका जिम्मेदार सच्चाई यही है की  इन सबका जिम्मेदार खुद मतलबी , फरेबी ,दगाबाज़ , स्वार्थी राजनीतिक नेता ही हैं।  ऐसे स्वार्थी दगाबाजों फरेबी नेताओं की वजह से देश में विदेशी  आतंकवादियों  को देश में तबाही मचाने का मौका मिला और विदेशी देशविरोधी ताकते हमारे ही देश के सताए हुए लोगों को , बेरोजगार जैसों को पैसे शूरा सुन्दरी मुहैया कराकर हमारे देश के विरुद्ध इस्तेमाल किया और आज भी कर रहे हैं,और राजनीतिक नेता लोग मौतों  खून खराबे आतंकी वारदातों पर अपनी राजनीतिक  रोटियां सकते है ? धिक्कार है ऐसी राजनीती और राजनितिक नेताओं पर, कभी जातिवाद पर ,कभी क्षेत्रवाद पर , कभी  धर्मवाद जैसों  पर उन्माद भड़काकर  देश वासियों को नए नए आश्वासन देकर स्वर्ग में सीढी लगाने का स्वप्न दिखाते हैं भले ही जनता को नर्क में भी जगह न मिले ? ।   
     देश के लोगों की मुलभूत सुविधाओं की तरफ किसी राजनीतिक नेता का ध्यान न होकर सिर्फ यही दिखाई दे रहा है की कैसे सत्ता मिले कैसे कुर्सी मिले बस यही तिकड़म चल रहा है।  देश की जनता किसी के भी बहकावे में न आकर उसी को चुने जो आपके क्षेत्र का विकास कर जनता की मुलभुत जरूरतों को पूरा करने में , शिक्षा , नौकरी , सुरक्षा ,स्वास्थय, व अन्य जरूरतों को पूरा करने में सहयोग कर सके जिससे आने वाले समय में आपका परिवार आपका देश खुश हाल हो सके।    

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Wednesday 3 April 2019

संगीत कला है पुराने गाने की धुन बांसुरी पर सुनिए.

rगीत संगीत ईश्वरी ताकत से पूर्ण है 
डाक्टर भारत : आध्यात्मिक विज्ञानं एंव फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो 
     सम्पूर्ण  ब्रह्माण्ड और दृश्य अदृश्य  की उत्पति शब्द नाद से ही हुई है , शब्द से आकाश , आकाश से वायु , वायु से अग्नि , अग्नि से जल , जल से जीव पृथ्वी वगैरह प्रकृति ने पैदा किये हैं।  जब तक यह शब्द जिसे हम ओइम कहते है कण कण में गूंजता रहेगा तबतक जीव जीवन चलता रहेगा। 
 शब्द से ही पूरा संसार पैदा हुआ है , ईश्वरी शब्द जिसे इस्लाम में  गैबी आवाज़ , कलमे इलाही , सिख पंथ में एक  ओंकार, वैदिक हिंदू  में  ओइम नाम देकर हम अपने तरीके से परमात्मा को मानते हैं। शब्द का असर दिल दिमाग मन पर फ़ौरन होता है गीत संगीत में ध्यान लगाने पर हमें आनंद की अनुभूति होती है। क्यों की गीत संगीत के सात सुर माने गए क्या सात ही हैं जब यही स्वर सुर एक लय में गीतकार संगीतकार वाद यंत्रों से प्रस्तुत करता है तब उसमें से निकलने वाली वाद की  तरंगे हमारे सम्पूर्ण शरीर पर अपना प्रभाव डालती हैं। 
                                            डाक्टर  भारत 



Monday 1 April 2019

मरते समय होने वाले 9 अनुभव और अहसास | 9 Near death experiences Hindi

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 Life After Death and Death after Life 
Dr.Bharat F.I.B. आध्यात्मिक ज्ञान सेवा 
फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो  अपने सदस्यों एंव पाठकों और सुभ चिंतकों को राष्ट्र और समाज हित की जानकारियों से अवगत करता रहेगा।  बाकि के जानकारी इसी में आगे  के  लेख द्वारा मिलेगी। 
    
          
  मानव जीवन और मृत्यु को जानने समझने के लिए यह जरुरी है की हम या हमारा अस्तित्व क्या है क्यों की इस मानव शरीर में पुरे का पूरा अखिल ब्रह्माण्ड सूक्ष्म रूप में समाया है।  इस छोटे से शरीर के अंदर प्रकृति  की आंतरिक शक्तियां उतना ही गूढ़ रहष्यात्मक शक्तियों से भरी हैं जीतना  जटिल यह प्रकृति ईश्वर द्वारा रचित  अखिल ब्रह्माण्ड। हमारे छण भंगुर जीवन में मानव उतना ही जान पाता है जितना वह देखता सुनता है। मानव  अपनी आँखों से इस दुनियां को इस सूरज चाँद तारे को देखकर अचंभित होता है की ब्रह्माण्ड कितना विशाल है क्या इसका कहीं  अंत भी है या अनंत की गहराइयों में कल्पना करता सोचता है  क्या है ?  जब की हमारी पृथ्वी का धरातल क्षेत्र फल ही 51 ,00 ,66 ,100  वर्ग किलोमीटर है।  हमारे सौर्य मंडल का सूर्य इतना बड़ा है की 14  लाख पृथ्वी समां सकती है  , जबकि इस ब्रह्माण्ड में हमारे सूर्य से करोड़ों अरबों गुना बड़े सूर्य तारे इस ब्रह्माण्ड में मौजूद हैं ? ऐसे में हमरी क्या औकात होगी यानि की एक सूक्ष्तम सूक्ष्म अनु परमाणु जितनी है। इस सात अरब आकाश गंगा के एक आकाशगंगा के दक्षिणी छोर पर हमारा सौर मंडल का प्रमुख सूर्य हमारी पृथ्वी को लेकर चल रहा है , हमतो एक सूक्ष्तम सूक्ष्म अणु परमाणु जितने है , लेकिन ईश्वर प्रकृति ने इस छोटे से जीव प्राणी मानव में सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति भर दी है  फर्क इतना है की इस शक्ति को एक विधि विधान द्वारा ही कोई विरला महान मानव ही जान पाता  है। अब आती  है बात मृत्यु की तो यह पृथ्वी एक कर्म भूमि मृत्यु लोक के रूप में जानी  जाती है , शरीर से प्राण जीव आत्मा जब निकलती है इससे पहले मानव अंदर से मूर्छित बिहोश हो जाता है इस लिए मृत्यु के बाद वह महा सुन्न  में विलीन हो जाता जैसे जल भाप के रूप में विलीन होकर समुन्द्र में मिल जाती है , लेकिन जिन लोगों को मृत्यु के समय प्राण निकलते समय होश रहता है वहीमानव  दूसरे जन्म में अपने पिछले जीवन की स्मृतियाँ  का ज्ञान रहता है जब वह उन स्मृतियों यादों को कहता ,बताता है तब उसको कौतुहल होता है इसी को  जिसे हम पुनर्जन्म कहते हैं।    , .          
      जीवन मृत्यु जन्म मरण  पुनर्जन्म  ? प्रकृति के इस राज रहश्य को जानने के लिए साधक अपने मन बुद्धि के बल पर कुछ ज्ञान पूर्वक साधनावों का सहारा लेकर मानवीय काया और ब्रह्माण्ड के राज रहश्य का जाना समझा है ,ऐसे में (यहाँ यह लिखना  जरुरी है की हिन्दू ,मुस्लिम ,सिख ,इसाई , बौद्ध , जैन  यह सब पंथ हैं , धर्म तो  प्रकृति सनातन धर्म है )   लोग किसी जाती धर्म पोंगा दिखावे से दूर अपनी आंतरिक शक्तियों के साधना ध्यान  द्वारा अपनी आंतरिक शक्ति को जागृत कर इस ब्रह्माण्ड इस ईश्वरी शक्ति के क्रिया कलापों को जान पता हैं , ऐसे ही साधक पूर्ण मानव को हम महान पुरषों ,महात्मा संत साधक योगी या भगवान् के रूप में जानते हैं  । आप में भी यही सब है बस आप अपने आपको जाने और ?????