Tuesday 31 October 2017

आखिर लुधियाना और पंजाब पुलिस किस बात से लाचार है ? या खुद ? @ ?

लुधियाना जिले व पंजाब में हुई  हत्याएं राजनीतिक , धार्मिक ,सामाजिक या नए आतंकवाद की शुरुआत ?
First Investigation Bureau(F.I.B.):⇒ Media Intelligence Service          

लुधियाना जिले एंव पंजाब क़े अन्य क्षेत्र में हुयी हत्याओं के लिए कहीं  सड़ी गली राजनीत, भ्रष्ट प्रशासन एंव कुछ जनता के नुमाइंदों के साथ कुछ विदेशी शक्तियां  जिम्मेदार तो नहीं, आखिर कौन है इनके पीछे  ?
      लुधियाना के पुलिस प्रशासन के लिए जहाँ अपराधियों  का न पकडे जाना यह शर्म भरी चुनौती तो है ही परन्तु यह पुरे पंजाब की पुलिस के लिए गंभीर चुनौती है।  वहीँ सामाजिक और धार्मिक संगठन भी इस जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। क्योंकि जिन जिम्मेदारियों के नामपर जिन जिम्मेदारियों के बल पर सामाजिक और धार्मिक संगठन बने हैं क्या वे वास्तव में अपनीं जिम्मेदारी निभा रहे हैं ? रह गयी पुलिस की बात तो आजकल की पुलिस सच्चाई से दूर राजनीतिक पार्टियों के हुक्म की गुलाम और छुट्टे भड़कीले सांड की भूमिका निभा रहे हैं। (यह अलग बात है की कुछ ईमानदार और कर्मठ पुलिस अधिकारीयों, कर्मियों की वजह से पुलिस अपने काम को अच्छे परिणाम भी दे रही है ) रह गई बात हत्याओं की तो 3  अप्रैल 2016 को भैणी साहिब में माता चंद  कौर की हत्या ,  23 अप्रैल  2016 को खन्ना में शिवसेना नेता दुर्गागुप्ता की हत्या ,  6 अगस्त 2016 को जालंधर में आऱ एस एस प्रमुख जगदीश गगनेजा की हत्या ,  14 जनवरी 2017 को लुधियाना में दुर्गा माता मंदिर के नजदीक हिन्दू नेता अमित शर्मा की हत्या ,  25  फरवरी 2017  को पिंड जगेड़ा नामचर्चा घर में डेरा प्रेमी सतपाल शर्मा और उनके पुत्र रमेश शर्मा की हत्या , 16  जून 2017 को लुधियाना के पीरू बंदा में पास्टर सुल्तान की हत्या , 17 अक्टूबर 2017 को आर एस एस. शाखा के अध्यक्ष रविंदर गोसाईं की हत्या , 30 अक्टूबर 2017 को हिन्दू नेता विपिन शर्मा की अमृतसर के भारत नगर बाजार में सरेआम गोली मारकर हत्या, ए सब बड़े और नामी लोगों की हत्यायें हुयी हैं बाकी अपराध दर किनारे हैं।    इन्ही कारणों से आम नागरिक अपनी इज़्ज़त अपनी जिंदगी की हिफाज़त में खुद लगा है ,और आपराधिक घटनाओं की जानकारी होते हुए भी वह पुलिस को जानकारी न देने में ही अपनी भलाई समझता है, आखिर क्यों ? पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारीयों को इसपर गहराई से सोचना होगा की जनता पुलिस से दुरी क्यों बनाई हुयी है।  ये हत्त्याएं यूँ ही तो हुयी नहीं कोई न कोई तो कारण  अवश्य होगा , यह सब  इस शहर क्या पुरे पंजाब के लिए खतरे की घंटी है अगर जिम्मेदार शासन प्रशासन के  उच्च और जिम्मेदार अधिकारी समय रहते कोई सार्थक कारगर कदम उठाकर अविलम्ब रास्ता नहीं नकालते हैं तो आने वाले समय में इसके भयानक परिणाम भुगतने पड़  सकते हैं। पुलिस प्रशासन को जनता का विश्वास बहाल करना पुलिस की कामयाबी है पुलिस और पब्लिक की दुरी कम करना ही पुलिस की कामयाबी बढ़ा सकती है। 
     F.I.B. फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ⇒ की आम नागरिकों से अपील  ⇉→ ::  याद रखें यह हर नागरिक का फ़र्ज़ ही नहीं धर्म है की वह अपराधों की रोक थाम में पुलिस प्रशासन का सहयोग करे।  

Saturday 21 October 2017

स्वच्छ भारत अभियान में राम की नगरी अयोध्या में गंदगी का साम्राज्य।

 क्या यही राम की वह अयोध्या है जहाँ पर राम ने जन्म लिया था।         
Dr, bharat Sr.journlist & Chairman | ⇒  F.I.B. ( First Investigation Bureau) 
आयोध्या जो एक धार्मिक और ऐतिहासिक  नगरी स्थल  है ,आज़ादी के बाद राजनीतिकों और धर्म के ठीकेदारों ने पुरे देश में राम के नाम पर अपनी अपनी ढपली अपने अपने राग पर खूब हो हल्ला मचाया है परन्तु अयोध्या का क्या हाल रहता है इससे देश के लोग बहुत कम  परचित हैं । यहाँ के रहने वाले लोग अधिकतर मुलभुत सुविधाओं से वंचित दुखी और परेशान नजर आते हैं। और साफ़ सफाई का वह आलम है की ? रेलवे स्टेशन पर उतरे ही या रेलवे से आते जाते यात्री नाक भौ सिकोड़ लेते हैं। ?
       आयोध्या = आयुद्ध= जहाँ पर कोई युद्ध न हो , प्रन्त अयोध्या के नामपर नजाने कितने छोटे बड़े  युद्ध होते आये हैं और कितने ही लोगों की जानें गयी हैं और भविष्य में न जाने कितने युद्ध  होंगे।                                अयोध्या  पौराणिक और ऐतिहासिक धार्मिक नगरी  जो अनेक महान राजाओ के नाम बखान करती है।  पर  सबसे मत्वपूर्ण तीन तीन  महान  तीन राजाओं के नाम से जानी जाती है प्रथम नाम जो लोगों के जुबान पर अग्रणीय रहता है वह है  प्रथम  नाम जो आता है वह हैं राजा भगीरथ जिनके प्रयास से गंगा नदी जो हिमालय की जटा  रूपी धाराओं  और मानसरोवर झील  ( जिसे ब्रह्मा जी का कमंडल कहा जाता है ) झील के गर्भ से होती हुयी गौ मुख से बहार निकल कर ऋषिकेश ,हरिद्वार ,कशी = बनारस , पाटलिपुत्र =पटना से आगे गंगा सागर बंगाल की खाड़ी सागर में मिल जाती हैं।  
         दूसरा  नाम जो लोगों के जुबान पर अग्रणीय रहता है वह है परुषोत्तम राम जिनके नामपर सात सात रामायण  काब्य और ग्रन्थ के रूप में मौजूद है। ( इनके त्याग बलिदान के कारण हिन्दू समाज भगवान के नाम से जनता और पूजता  है रामचन्द्र जी को भगवान तुल्य  पूजनीय मनता  है  जो भगवान विष्णु के अंशावतार माने जाते हैं )
     तीसरा नाम राजा हरिशचन्द जो एक सत्यवादी राजा के नाम से विख्यात हुए हैं। इसी तरह  अनेको राजाओं का नाम अयोध्या से ज़ुडा  हुआ है।  जब जब राजनीतिक सरगर्मियां होती है तब तब राम के नामपर अयोध्या में मंदिर के नामपर पुर देश में माहौल गर्माने लगता है। इतने ऐतिहासिक धार्मिक प्राचीन नगर की न तो कोई साफ़ सफाई ,ना तो आगन्तुओं के लिए कोई सार्थक उचित  व्यवस्था। जब यहाँ के कुछ लोगों से बात चीत के दौरान  पूछताछ  की गयी तो एक ही बात सामने आई की सब राजनीतिक ड्रामा है , यहाँ के लोग रोज़ी रोजगार ,शांति ,सौहार्द के साथ रहना चाहते है। अयोध्या में आने जाने वाले खुद हर बात का अंदाज़ा लगा सकते हैं कि राजनीतकों की कथनी करनी में कितना फर्क है  । 
    यहाँ पर यह भी लिखना जरुरी समझते हैं की जब कोई राजनीतिक कार्यक्रम होना होता है , या कोई धार्मिक प्रोपेगंडा करना होता है तब उस जगहों  की उन रास्तों की  अलग साफ़ सफाई जरूर होती है , बाद में वही ढाक  के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती हैआखिर कबतक रामके नाम पर देश को गुमराह किया जाता रहेगा।  
                          व्यापत गंदगी और कुव्यवस्था के सन्दर्भ में फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (F.I.B.) की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय जोगी आदित्यनाथ को विशेष पत्र भेजते हुए साफसफाई और अन्य व्यवस्थ अविलम्ब ठीक करने की मांग की गयी है। वैसे F.I.B. केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार -तथा हिन्दू समाज के अग्गरणीय नेताओं एंव धार्मिक गुरुवों  से अपील करती  है की अगर राम की अयोध्या के प्रति वास्तव में कुछ करने के लिए गंभीर हैं या चाहते हैं की आनेवाली जनरेशन राम और अयोध्या के प्रति श्रद्धा रखे व सेवा की भावना हो तो पंजाब  के दो धार्मिक स्थान श्री आनंदपुर साहिब और श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर से  शिक्षा पवित्रता लेकर कार्य करें, सेवा भावना सिख धर्म के गुरूद्वारे में होने वाली सेवा भावना की शिक्षा देख कर करें और राम की वह मर्यादा कायम रहे जिस के लिए रामचंद्र जी के जन्म से दस हजार साल पहले महऋषि वाल्मीकि महराज ने अपने काब्य ग्रन्थ रामयण में कर दी थी।  ताकि पुरे विश्व में रामके अयोध्या की स्वच्छता पवित्रता का बखान हो। किसी भी राजनितिक पार्टी की धर्म के नामपर  हमेसा राजनीत ठीक नहीं होती।       

Thursday 19 October 2017

समूर्ण देश के लिए दीपावली शुभ मंगलमय हो।

        फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो  ( F.I.B.) की तरफ से सभी देशवासियों  को हार्दिक शुभकामना और बधाई ।  
Dr.Bharat :⇒ National Chairman ⇉→ F.I.B.
 दीपावली प्रेम  सादगी आपसी भाई चारा  खुशहाली उमंग भरा त्यौहार ही नहीं यह एक वह शक्ति प्रदान करने वाला ,अपने मतभेद को दूर करने एक दुसरे को गले लगाने अन्धकार को दूर भगाकर प्रकाश से ( अंदरूनी अज्ञानता, अन्धकार,को दूरकर शांति ,शक्ति ,स्वास्थय , देनेवाला ) समूर्ण विश्व को उजाला से चकाचौंध करने वाला पर्व है। हम परमपिता परमात्मा और प्रकृति शक्ति से प्रार्थना करते हैं की यह दीपावली पुरे विश्व के मानव को वह शक्ति और ज्ञान प्रदान करे जिससे पुरे विश्व के मानव में  संपति ,संयम ,सादगी ,सफलता ,समृद्धि स्वास्थय और खुशहाली रहे । दीपावली का त्यौहार पर्व आपको तभी असीम ख़ुशी दे सकता है जब आपके पड़ोस में रहने वाला,आपके मोहल्ले में रहने वाला, कोई दुखी न हो। इसी के साथ विश्वकर्मा डे , व् गुरुपर्व आप सभी को शुभ मंगलमय हो।        शुभकामनाओं सहित : डॉ. भारत    

Sunday 15 October 2017

प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता सरायमीर।

उत्तर प्रदेश का आजमगढ़ जिला राजनीति क्षेत्र के साथ साथ कुछ समय के लिए आतंकवादगढ़ के नाम से पुरे देश में भी  विवादित रहा है।
Dasrath, Pankaj : F.I.B. :⇒ Media Intelligence, Unit Azamgarh,
     इसी ज़िले का क़स्बा सरायमीर सेकेण्ड सउदिया सिकेण्ड सिंगापूर के नाम से भी प्रचलित रहा है और इन नामों को सार्थक भी कर रहा है। इस कस्बे में कई नामी नगर अध्यक्षों ( Toun eria Chairman )  ने अपने अपने कार्य से आगे बढ़ाया। पिछले पांच साल से नगर अध्यक्ष रहे रामप्रकाश यादव  जो दुबारा नगर अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी मैदाने जंग में हैं ,से फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ( F.I.B.) की   विशेष बात चीत।   
          सरायमीर : फर्स्ट इंवेस्टगेशन ब्यूरो  ⇒ मीडिया : युद्ध और राजनीत और प्रेम  में सभी नीति जायज मानी  गयी हैं। राजनीति में जहाँ  ,धर्मनीति, कूटनीति , रणनीति , सभी दाव चले जाते हैं। प्रान्तु  आज के मौजूदा समय में लोकसभा और विधानसभा के इलेक्शन ने  साम, दाम ,दंड, भेद , से नीति कुनीति ने पुरे देश की राजनीती ने सभी समीकरण ही बदल कर रख दिया है,इस लिए ग्राम पंचायत से लेकर नगर, महानगर, जिला परिषद् तक के चुनाव भी ऐसे नीतियों से अछूते नहीं हैं। 
        हमारी विशेष टीम ने पुरे सरायमीर क्षेत्र के अलग अलग लोगों से नगर अध्यक्ष रामप्रकाश यादव के कार्य काल के विषय में जानकारी ली तो 65 प्रतिशत लोगों ने किये गए कार्यों पर संतोष ब्यक्त किया  यह अलग बात है की जिन लोगों का कार्य नहीं हो पाया ऐसे ही लोगों ने नाराजगी जाहिर की । दूसरी तरफ देश में कहीं भी जातीय दंगे फसाद होने पर सरायमीर थाना क्षेत्र में भी माहौल गर्म हो जाता रहा है लेकिन नगर क्षेत्र केअध्यक्ष ( चेयरमैन) की सूझ बुझ और पुलिस प्रशासन की सख्ती की वजह से क्षेत्र शांतिमय रहा। हमारी टीम के सवाल पर रामप्रकाश यादव ने कहा की हमारा प्रयाश हमेसा रहा है की गरीब और जरुरत मंद लोगों को सरकार  द्वारा जारी की गयी सहायता समय पर उपलब्ध करा दी जाये और जो यहाँ के नागरिकों की मूलभूत जरूरतं हैं वह उन्हें पूरा किया जाये। यह भी एक सत्य है की चाहे केंद्रीय सर्कार हो या प्रादेशिक सरकार की घोषणाएं  घोषणाएं ही बनकर रह जाती हैं जनता यह सोचती है की सरकार ने तो कहा है इस लिए आप करो ? , लेकिन इधर नगर क्षेत्र का दुबारा चुनाव होना है। इस चुनाव में अनेक प्रत्याशी जोर आजमाइश के लिए मैदान में उतरेंगे रामप्रकाश यादव अपने किये हुए कार्य और अधूरे पड़े काम को पूरा करने और नयी स्कीम को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे , इन्हे अपने नगर क्षेत्र के नागरिकों पर पूरा भरोसा है।        
   

सरायमीर क्षेत्र के लोग बिजली विभाग से दुखी बदहाल

बिजली विभाग की लापरवाही धक्केशाही की वजह से सरायमीर सहित सम्पूर्ण जिले  के लोग परेशां  और दुखी कारोबार वगैरह  ठप्प होने से असहाय । 
Wasim ahmed (Pappu) Dasrath Kumar  :⇒ F.I.B. Media, Unit Azamgarh.