Wednesday 21 November 2018

आतंकवाद की politics ट्रेलर ? वास्तविक आतंकवाद का बढ़ावा है ? ,


होशियार अमृतसर बम्ब विस्फोट, आनेवाले दिनों का खतरनाक संकेत। 
Dr. Bharat F.I.B. first inestigation bureau     

        अमृतसर  में  निरंकारी  डेरे में हुए  बम हमला  दुखदाई है  इसे  हम जो भी नाम दें  लेकिन  यह कांड देश विरोधी   कार्य करने वालों को  जागृत कर दिया है जो की  आनेवाला समय  देश समाज के लिए  हितकर नहीं है ? यह  कांड   आतंकवादी हमला   एक ट्रेलर की तरफ इशारा कर रहा है    राजनितिक पार्टियां  अपना उल्लू सीधा करने के लिए ऊलजलूल बयां देकर अपना  फायदा देख रही हैं , धार्मिक संगठन कुछ कह रहे हैं, सामाजिक कुछ कह रहे हैं , मीडिया संगठन  अपने अपने  राग विचार  प्रकट कर रहे हैं ,  यह हमला  भले ही राजनैतिक ,धार्मिक , डेरे की अपनी प्रतिस्पर्धा , या वास्तविक  देश के प्रति एक षड्यंत्र  आतंकवाद  का ट्रेलर हो  लेकिन  आनेवाले समय में इसका परिणाम  भयानक  हो सकता है।       
उत्तर पूर्व में  " उल्फा ' झारखंड , छत्तीसगढ़ ,मध्य प्रदेश ,  महाराष्ट्र , आंध्र प्रदेश  कुछ अन्य  जगह पर  नक्सलाद  , यह घरेलु आतंकवाद है , जिसे अमीर गरीब किसान कामगारों , पूंजीपति तथाकथित ठीकेदार  राजनीतिक जाति धर्म के ठीकेदार जैसे जैसों द्वारा उठाया भड़काया जाता है और खामियाजा भुक्तभोगी जनता और पुलिस प्रशासन को भुगतना पड़ता है , पुरे देश  ऐसे ही हाल पंजाब का है  जो पकिस्तान की सीमा से सटा होने से और नशीली वस्तुवों की तस्करी से जिसका असर देश की प्रगति पर पड़ता है कुछ फिरका प्रस्त लोग धार्मिक भावनाएं भड़काकर शक्तिशाली राज्य पंजाब का बेड़ागर्क करना चाहते हैं   ।   >  >( उत्तर प्रदेश , दिल्ली , पंजाब और जम्मू काश्मीर   जैसे ) पकिस्तान की  इंटर सर्विस इंटेलिजेंस द्वारा संचालित  जैश ए  मोहम्मद  , अलकायदा ,हिजबुल अंसार गजबल इन हिन्द , लश्कर ए  तोयबा , हरकत उल जमायते इस्लाम , इंडियन मुजाहिद्दीन , जैसे अन्य जुटें हैं ?  लेकिन खतरनाक  यह हैं जो छद्म नाम से सक्रीय हो रहे हैं , ? ? .......     लेकिन सबसे खतरनाक वो हैं जो   देश के अंदर मौजूद तहतकथित सड़ीगली राजनीत जो खुद अपने आपको देश भक्ति का चोला पहनकर भितरघात आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे है  सफ़ेद लिबास में छिपे आस्तीन के विषधर , काले  भेड़िये  ही सबसे खतरनाक है , जबतक इनको नंगा करके सार्वजानिक नहीं किया जाता तबतक  काश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक आसाम से लेकर पोरबंदर बम्बई गुजरात तक  हमारे देश से आतंकवाद ख़त्म नहीं हो सकता । 
 रह गई बात पकिस्तान की तो जो जो भी हमारे देश की राजनीतिक पार्टियां  पाकिस्तान से दोस्ती  बातचीत से  माहौल ठीक चाहती हैं  यह सब बेकार की बाते हैं,क्योंकि  यह जग जाहिर है की पाकिस्तान में तीन तीन चार चार सरकारें चलती है ? पहली सरकार , फौजी हकूमत की है , दूसरी  आतंकवाद की मां  इंटर सर्विस इंटेलिजेंस , तीसरी  राजनीतिक पार्टी जिसे जनता चुनती है  , और  चौथी हकूमत कट्टर पंथी  गुट मुल्लाओं की है जो अपनी शैतानी हकूमत शैतानी खुरापात पर आमदा रहती हैं  , इस लिए आज़तक सत्तर सालों में किसी भी सरकार की कोई भी बात सिरे नहीं चढ़ी और हिन्दुस्तान के साथ साथ पकिस्तान की जनता आवाम भी दुखी है अपने देश के इन चौकड़ियों से ।  
 पहले भी लिखा जा चूका है जिसको समझना जरुरी है वैसे  आज के मौजूदा समय में तथाकथित राजनितिक द्वारा अपने स्वार्थ हेतु किये जा रहे षड्यंत्रो से जातिवाद ,सम्प्रदायवाद , क्षेत्रवाद , राजनीतवाद , धर्मवाद , जैसे आंदोलन कार्यों  से देश की एकता जर्जर होती जा रही हैं इस लिए देश वासियों को सर्व प्रथम  देश की एकता अखंडता के लिए कोशिश करनी चाहिए और इस बात पर ध्यान देकर याद रखना  कि  देश सलामत है तो आप ,आपका घर परिवार ,आपका धर्म सुरक्षित रह सकता है। इस लिए यह हर नागरिक का फ़र्ज़ और धर्म है की देश की एकता अखंडता के लिए हमेसा तत्पर रहे क्यों कि एक जागरूक नागरिक ही देश समाज को संगठित खुशहाल रखने में अपनी भूमिका निभा सकता है।  जय हिन्द 
















            डॉ. भारत