दिल्ली में नशीली वस्तुओं के सेवन से छात्रों का जीवन तबाही के कगार पर Pradeep Dhillo FIB :⇒Media Intelligence Service
यह हमारे देश का दुर्भाग्य है की काश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक , आसाम से लेकर गुजरात तक तथाकथित राजनितिक नेताओं के मिलीभगत और काले धंधों के व्यापारियों से बाजार में आती नशीली वस्तुओं के अवैध कारोबार से जहाँ घर का घर तबाह हो रहे हैं वहीँ नौ जवान छात्रों का जीवन तबाही और तरह तरह की बिमारियों से ग्रस्त।
नई दिल्ली : फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो न्यूज़ :> आज के समय में दुनियां में सबसे घातक नंबर 1 नशा हैरोइन के बाद ,ब्राउनशुगर ,सिन्थेटिक ड्रग्स , वगैरह है। हैरोइन धनाढ्य पैसे वाले इस्तेमाल करते हैं ,उसके बाद अफीम , नशीले कैप्सूल गोलियां और शीशियों में बंद कफ शिरुप के नकली नामों से १० रुपये के दाम के दवा को 100 डेढ़ सौ रुपये में ज्यादातर मेडिकल स्टोरों में बेचीं और वहां से खरीदी जा रही हैं। और यह सब धंधा स्थानीय पुलिस की जानकारी और मिली भगत से फलफूल रहा है। विजय नगर समेत दिल्ली और नई दिल्ली के ज्यादातर स्लम एरिया के आसपास पड़ते मेडिकल हॉल की दुकानों पर चोरी छिपे नशीली गोलिओ ,कैप्सूल्स ,कफ शिरुप जैसे धड़ल्ले से बिक रही है। जब इस सम्बंध में जानकारी ली गयी तो मालूम हुआ की स्थानीय पुलिस की मिली भगत से सारा काम हो रहा है।
सबसे दुखत पहलु जो है वह यह की इन सब नशीली दवाओं की चपेट में कॉलेज के साथ स्कूली छात्र छात्राओं की फ़ौज फंस चुकी है जिससे ऐसे छात्रों का जीवन तबाही के दलदल में फशता चला जा रहा है , और साथ ही गरीब मजदुर ,मेहनत मजदूरी करने वाले भी ऐसे नशीली दवाओं के सेवन से तरह तरह की बिमारियों से ग्रस्त होते जा रहे हैं। स्वास्थय ,निगरानी विभाग और सम्बंधित विभाग या तो अपना कमीशन लेकर चुप रहता है या सब लापरवाही के तहत कुम्भकर्णी नींद में मस्त हैं। FIB. केंद्रीय सरकार और दिल्ली सरकार से मांग करती है की नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल सभी लोगों की जाँच कर आवश्यक कदम उठाये जाएँ ताकि बर्बाद हो रही जिंदगियों को बचाया जा सके
सबसे दुखत पहलु जो है वह यह की इन सब नशीली दवाओं की चपेट में कॉलेज के साथ स्कूली छात्र छात्राओं की फ़ौज फंस चुकी है जिससे ऐसे छात्रों का जीवन तबाही के दलदल में फशता चला जा रहा है , और साथ ही गरीब मजदुर ,मेहनत मजदूरी करने वाले भी ऐसे नशीली दवाओं के सेवन से तरह तरह की बिमारियों से ग्रस्त होते जा रहे हैं। स्वास्थय ,निगरानी विभाग और सम्बंधित विभाग या तो अपना कमीशन लेकर चुप रहता है या सब लापरवाही के तहत कुम्भकर्णी नींद में मस्त हैं। FIB. केंद्रीय सरकार और दिल्ली सरकार से मांग करती है की नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल सभी लोगों की जाँच कर आवश्यक कदम उठाये जाएँ ताकि बर्बाद हो रही जिंदगियों को बचाया जा सके
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