Wednesday, 12 July 2017

मौजूदा समय में राष्ट्र हित में आंतरिक सुरक्षा सर्वोप्पर।

15 अगस्त  ( स्वतंत्रता  दिवस ) को ध्यान रखते हुए देश की आंतरिक सुरक्षामजबूत करना  बहुत जरूरी। 
Dr, Bharat :  FIB : ⇒Media Intelligence Service 
     

पिछले दिनों अमरनाथ यात्रियों पर जिस तरह पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने  हमला कर घिनौना काम किया है वह भविष्य के लिए इक बहुत बड़ी  चेतावनी है। यह जग जाहिर है की पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेन्सी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस का जन्म ही भारत विरोधी कार्य के  लिए ही हुआ है,अगर समय रहते हम नहीं चेते तो देश को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी    यह पूरी दुनियां जानती है की पाकिस्तान का जन्म ही खुरापात और नफरत के बल पर बना है। और 1947 के बाद से ही पाकिस्तान की राजनीत भारत विरोधी कार्यों पर ही निर्भर करती है और  पाकिस्तान  पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेन्सी  इंटर सर्विस इंटेलिजेंस का जन्म ही भारत  विरोधी कार्य के  लिए ही हुआ है।शुरू से ही  पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी हमारे देश में कहीं बम्ब विस्फोट कहीं जातीय  दंगा फसाद में लगी रहती है। और हमारे देश के कर्णधार राजनीतिज्ञ  उसी तरह गीत संगीत में प्यार मोहब्बत दिखाने के लिए भैंस के आगे बीन बजाने वाली निति पर चल रहे है।दूसरी तरफ इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की इन सब कार्यों में हमारे ही देश के कुछ तथाकथित  राजनितिक नेताओं की मिलीभगत से ही देश चालीस पचास साल से आतंकवाद की आग में झुलस रहा है,आतंकवाद को बढ़ाने में हमारे देश में ही छुपे आतंकवादी संगठन है जो पाकिस्तान या कुछ अन्य देश की शह सहायता पर अपने घिनौने काम को अंजाम देते हैं  ।   

          जिस देश की वजह से हमारे देश का हर साल अरबों खरबों रुपये बर्बाद हो रहा हो, कितने ही लोगों का परिवार बर्बाद हो गए हों , कितनी ही अचल संपत्ति नाश हो गयी हो , और कितने अनगिनत लोग मौत के मुँह में चले गए हों ऐसे देश से हम दोस्ती की आश लगाकर गुलदस्ते पर गुलदस्त भेंट करें धिक्कार है ऐसे राजनीती और राजनीतिज्ञों और देश के नेताओं पर ,यह तो वही बात है की खूंखार भेड़िया को हम शाकाहारी खाने में फल फ्रूट खाने को दें की अब यह हमारा दोस्त है अब यह कच्चा गोस्त - मास नही खायेगा। ऐसी सोच को हम नादानी कहेंगे या बेवकूफी या  मूर्खता क्या कहेगे । 
   FIB.फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो  भारत सरकार से पुरजोर अपील करती  है की राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा में  कोई भी ढिलाई घातक हो सकती है। समय का यही तकाजा है की हर तरह से सक्रियता ही सुरक्षा मजबूत कर सकती है।  दूसरी तरफ सुरक्षा बालों को ऐसे नेताओं को भी गोली मार देनी चाहिए जिन फरेबी नेताओं का कार्य सम्बन्ध आतंकवादियों से जुड़ा  हो या जो आतंकवादियों की हिमायत कर देश को अंदर ही अंदर खोखला कर रहा हो,क्यों की देश काअबतक  बहुत नुक्सान हो चूका है ।  

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