Wednesday 25 April 2018

देश में फर्जी स्कूलों विद्द्यालयों, विश्वविद्द्यालयोँ की भरमार।

देश में 24 फर्जी विश्वविद्यालयों  से बर्बाद होती जिंदगियां से कौन है जिम्मेदार । 
Vinay Goel : First Investigation Bureau > Media Service
   
    यह हमारे देश का दुर्भाग्य ही है की अबतक 24 विश्व विद्यालय सरकार की नाक के निचे  फर्जी तरीके से चल रहे थे बाकी स्कूल और विद्यालय कितने है अभी अँधेरे में ? 
       लुधियाना : ( मीडिया ) जब देश में फर्जी स्कूल कॉलेज , विद्यालय , विश्व् विद्यालय तक फर्जी होंगे टीचर शिक्षक फर्जी डिग्री से शिक्षा देंगे तो युवक युवतियों की जिंदगियां तो बर्बाद होनी ही है। देश भर में गिरती शिक्षा के स्तर एवं भ्रष्ट हो रही शिक्षा विभाग के मद्देनजर ( U.G.C.) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अपनी जाँच में 24 विश्व विद्यालयों को फर्जी करार देते हुए इनकी सूचि जारी कर सर्वजानिक कर दी है। ताज्जुब तो यह है की 8 तो देश की राजधानी (केंद्र ) खुद दिल्ली में ही चल रहे थे। आयोग ने  फर्जी युनिवर्सिटियों को कोई भी डिग्री प्रदान करने का कोई हक़ ही नहीं है। दिल्ली में कमर्शियल युनिवेर्सिटी, यूनाइटेड नेशन युनिवेर्सिटी , वोकेशनल यूनिवेर्सिटी , ए.डी.आर. सेंट्रिक जुरिडिकल युनिवेर्सिटी , इंडियन इंसिच्युट ऑफ़ साइंस एन्ड इंजीनियरिंग , विश्वकर्मा ओपन युनिवेर्सिटी फॉर सेल्फ एम्प्लॉयमेंट , आध्यात्मिक विश्वविद्यालय  और वाराणसी संस्कृति विश्वविद्यालय हैं। अन्य  फर्जी विश्वविद्यालय पुंडुचेरी ,अलीगढ ,बिहार ,राउरकेला ,ओडिसा ,कानपूर ,प्रतापगढ़ ,मथुरा ,नागपुर। इलाहाबाद ,कर्नाटक ,केरल।  अभी कितने स्कूल कॉलेज शिक्षक फर्जी हैं यह बड़ा खेल गंभीर है की शिक्षा विभाग कर क्या रहा है ?     
     

Saturday 14 April 2018

लूटपाट और फ्राड करने वाला तथाकथित "पत्रकार" गिरफ्तार

FIB मीडिया की तरफ से विशेष खुलासा 
पुलिस ने बरामद किये कई जाली पहचानपत्र 
हिमाचल पुलिस ने लूट ,डकैती , ट्रैफिक जैसे संगीन मामले में लुधियाना का तथाकथित लुटेरे को गिफ्तार किया। 
       गिरफ्तार किये गए तथाकथित आरोपी विशाल मान  नामक ब्यक्ति  के पास से  जहाँ हिमाचल के कांगड़ा पुलिस  ने    पुलिस CID. का जाली पहचानपत्र बरामद हुआ वहीँ TODAY PRESS, OK india 24X7 PRESS,  NSIF  Delhi, FIB. AONE TV PRESS , के पहचान पत्र बरामद हुए। 
      राष्ट्र विरोधी कार्य करने वाले जहाँ संगीन से संगीन अपराध करने से नहीं चूकते वहीँ वे अपने आपको बचने  बचाने के लिए नामी प्रेस , नामी एंटी क्राइम , नामी संगठनों  से जुड़कर  व पुलिस के जाली पहचान पत्र द्वारा लोगों को धोश दिखाने व् डराने के कार्य में भी इस्तेमाल करते हैं। 
        गत 7 आठ अप्रैल को हिमाचल के कांगड़ा पुलिस ने अपनी जाँच में लुधियाना  आकर छानबीन में FIB. अध्यक्ष डॉ. भारत से भी पहचान पत्र के विषय में पूंछ तांछ कर जानकारी ली।  पुलिस ने बताया की विशाल मान   नामक यह शातिर अपराधी जिसके गैंग में लड़की भी शामिल है कार में आते जाते नौजवान व्यक्ति को रोक कर लिफ्ट के बहाने कार में बैठ जाती थी, बाद में विशाल अपने कुछ साथियों के साथ पहुँच कर पुलिस CID . कार्ड दिखाकर कार वाले को पुलिस स्टेशन  चलने और बड़े केस में फंसाने का डर  दिखाकर डरा धमका कर लूट लेता था।  ऐसे ही  हिमाचल से एक ब्यक्ति से कार छीन कर अपनी अन्य कांड करता छीनी गयी कार के मालिक की शिकायत पर   कांगड़ा पुलिस ने कुछ हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया।  
      कांगड़ा पुलिस ने अपनी छान बीन के बाद विशाल मान पर भारतीय दंड संहिता की धरा  Case FIR no 18/17 DT.20.04.2017 under section  341,382, 506, 419, 170,120(B) & 5PITA Act.police staion Meclodganj District Kangra (H.P.)   दर्ज कर विशाल मान को जेल भेज दिया था।  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो आम नागरिकों , सभी सामाजिक संगठनों , सभी प्रेस मीडिया से अपील करती है की ऐसे किसी भी संविधान , समाज विरोधी तत्वों से सावधान रहें ब्यक्ति चाहे कितना बड़ा अपने आपको जाहिर ही क्यों न करता हो।   
          पत्रकारिता की आड़ में जुर्म करने वाले इस शातिर अपराधी के संबंध में हमारी टीम अभी भी खोजबीन कर रही है। अगर आपके पास भी इसकी कोई सूचना हो तो तुरंत नज़दीकी पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दें।  हमें भी इसकी जानकारी भेजना न भूलें। 

Thursday 12 April 2018

F.I.B.की रिपोर्ट पर हिमाचल सरकार ने निर्णयात्मक करवाई की।

धर्म  स्थल चामुंडा नंदिकेश्वर धाम का सौंदर्यीकरण का नए निर्माण शुरू
 Onkar Singh Puri : President >  ( F.I.B.) First Investigation Bureau   
माता चामुंडा हिमाचल प्रदेश  एक ऐतिहासिक पौराणिक स्थान है , वहां पर कुव्यवस्था , गंदगी , टूटे फूटे स्थानों की प्रमाणिक रिपोर्ट  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो के डायरेक्टर  = अध्यक्ष डॉ. भारत  ने हिमाचल के मुख्यमंत्री  को पत्र भेजने के साथ ऑनलाइन न्यूज़ भी प्रसारित की थी, मुख्यमंत्री कार्यालय ने पत्र भेजते हुए सुचना दी की आपके लिखे पत्र को आवश्यक करवाई के लिए अग्रेषित कर दिया गया है।
 
यह है  कुछ समय पहले प्रकशित हमारी रिपोर्ट कि तस्वीर 
लुधियाना : फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो  मीडिया सर्विस : > राष्ट्र हित में निस्वार्थ भाव से काम करने वाला गुप्तचर मीडिया संगठन 

 ( F,I,B,) अपने राष्ट्र समाज सेवा में हमेशा अग्रणीय भूमिका निभा रहा है। इसी कड़ी में हमारे नेशनल डायरेक्टर डॉ. भारत  जो कई धार्मिक स्थलों पर जाते रहते हैं।  उन्होंने हमारे देश की अति प्राचीन पौराणिक स्थल चामुंडा नंदिकेश्वर धाम जो जो हिमाचल के कांगड़ा जिला में पड़ता हैं की दर्जनों बार दर्शन यात्रा की।  
       पिछली साल जून जुलाई के महीने में चामुंडा धाम  जाने के बाद उनहोने देखा की इतने पवित्र  ऐतिहासिक स्थल पर रख रखाव साफ़ सफाई की कोई व्यवस्था नही हैं, और यात्रियों के लिए मंदिर कमेटी की तरफ से भी विशेष व्यवस्था न के बराबर जगह से सड़के टूटी हुए , स्नान करने वाले उद्द्यान सरोवर में गंदगी का साम्राज्य , यात्रियों भक्तों की बैठने की जगह भी गंदगी टूटे हुए व कुव्यवस्था  की प्रमाणिक रिपोर्ट हिमाचल के मुख्यमंत्री को भेजते हुए इन सब की फोटो और विडिओ रिकॉर्डिंग को अपने ब्लोगेर न्यूज़ चैनल से न्यूज़ भी प्रसारित कर दी। मुख्यमंत्री जी ने अपने सचिव को इसपर तत्काल करवाई के लिए दिशानिर्देश जारी कर आवश्यक कदम उठाने को कहा।  मुख्यमंत्री  के अधीन भाषा एवं संस्कृत विभाग के निदेशक द्वारा 22 सितम्बर 2017 को लिखा गया पत्र जो आयुक्त  (मंदिर) - एंव उपयुक्त जिला कांगड़ा  की प्रति फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो के चेयरमैन डॉ. भारत को भेजते हुए सुचना लेटर प्राप्त हुआ की आपके लिखे पत्र के अनुसार अगली करवाई के लिए सम्बंधित अधिकारीयों को दिशानिर्देश दे दिया गया है। 
        दुबारा संगठन के निदशक डॉ. भारत इस पवित्र  चामुंडा नंदिकेश्वर धाम गत 7 आठ अप्रैल 2018 को गए , यहाँ जाने के बाद डॉ. भारत जी ने देखा की यहाँ पर नव निर्माण का काम बड़े जोर शोर से चल रहा  है, और नए डिज़ाइन से  सौन्द्रीयकरण किया जा रहा है। अस्थानीय लोगों ने बताया की जिले के अला अधिकारी और हिमाचल प्रदेश के उच्च अधिकारीयों का कई बार दौरा हो भी चूका है और आ जा भी  रहे  हैं। फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ( F.I.B. ) सदस्यों के लिए यह ख़ुशी  होनी चाहिए की राष्ट्र और समाज हित के मद्दे नजर संगठन द्वारा उठाई जा रही बातों को चाहे आंतरिक सुरक्षा से सम्बंधित ही क्यों न  हो प्रदेश सरकार के साथ  देश के गृह मंत्रालय  माननीय प्रधानमन्त्री द्वारा भी त्वरित करवाई होती है।    
      
        
     

Thursday 5 April 2018

हक़ मांगना ,हक़ के लिए लड़ना हर मानव का जन्मसिद्ध अधिकार है।

  सुप्रीम कोर्ट के एस.सी. -एस.टी.फैसले के विरूद्ध दलित समाज का भारत बंद एक चेतावनी या कुछ  और। 
Dr.Bharat :> First Investigation Bureau:- Intelligence Media Service
       
 सुप्रीम कोर्ट के फैसलेके विरुद्ध दलित समाज का भारत बंद का ब्यापक असर हुआ , लेकिन इस बंद कराने के दौरान जहाँ  कुछ शरारती तत्वों ने उग्र रूप दिखाने की भी कोशिश की वहीँ  इस बंद को कुछ देश विरोधी तत्वों ने तोड़फोड़ आगजनी हत्या जैसे मामले को भड़का कर माहौल को साम्प्रदायिक रंग भी देना  चाहा। 
          पंजाब का बंद शांति से हुआ  यहाँ के आन्दोलनकर्ताओ ने  अपने आपको शिक्षित सौभ्य प्रमाणित भी कर दिया।  लेकिन  देश के कुछ अन्य भागों में कुछ शरारती तत्वों ने इसे साम्प्र्दायिक रंग  देने की कोशिश भी की  ऐसे खुरापपत करने वाले लोग यह भूल गए की देश  अपना और देश की सम्पति अपनी है, और वे जिनकी मौते हुयी हैं उनके परिवार की दुःख तकलीफ कठिनाई कौन देखेगा , कौन समझेगा और सबसे बड़ा सवाल यह है की इन हत्याओं का कौन जिम्मेदार है । 
      यहाँ पर यह भी लिखना जरुरी समझते हैं की अपना हक़ पाने के लिए आंदोलन करना गुनाह नहीं है जब शक्तिशाली लोग निम्न दलित को हद से ज्यादा दबाने की कोशिश करेंगे तो विद्रोह का कौन जिम्मेदार होगा ?, दूसरी जो बाते सत्य कड़वी एंव ऐतिहासिक तर्कपूर्ण की कसौटी पर खरी  हैं। ऐ बातें हैं  हमारे देश में जो  मुस्लिम  भाइयों की आबादी किसी मुस्लिम देश से कम नहीं है  ए सब बाहर से आकर नहीं बसे हैं यह सब लोग  और इनके पूर्वज यहीं के मूल निवासी हैं। इनके पूर्वजों परिवारों  को जब हदसे ज्यादा दबाया गया , छुआछूत के नामपर तिरस्कार किया गया (और अन्य बड़ी जाती के सौभ्य लोग भी मजबूर होकर  )तब मजबूर होकर अधिकतर लोग मुस्लिम धर्म अपनाने को मजबूर होगये  इन सबका कौन सा तबका जिम्मेदार है ? ज्यादा नहीं अभी अंग्रेजों का शासन 70 साल पहले ख़त्म हुआ अंग्रेजी हकूमत ने जब देखा की मनुवादी विचारधारा के कुछ तबके यहाँ के मूल निवासी जो ईमादार  मेहनतकश हैं इन्हे जाती के नामपर , इनका शोषण किया जा रहा है , जानवर से भी ज्यादा उत्पीड़न किया जा रहा है। अंग्रेजों ने मानवता के नाते बहुत से ऐसे कठोर नियम बनाकर इन्हे भी आजादी से जीने का औसर दिया। लेकिन अंग्रेजों ने भी इन समाज के निम्न लोगों का फायदा उठा कर इन्हे क्रिश्चन धर्म में अपनाना शुरू कर दिया , (और आज भी छुआछूत के नाम से दुखी लोग)  और जो आज करोड़ों लोगों की आबादी क्रिश्चन लोगों की है ये लोग नतो ब्रिटेन इंग्लैंड , फ्रांस या विदेश से नहीं आये हैं ऐ सबलोग यहीं के मूल निवासी हैं इन्हे किश्चन बनाने के लिए किसने मजबूर किया क्या मनुवादी विचारधारा के लोग इसका जवाब दे सकेंगे?  याद रखें भारत देश जब जब भी गुलाम कमजोर हुआ है ऐसे ही कुछ सनकी राजे रजवाड़े के अहंकार घमंड और बेवकुफ़ीओं की वजह से ही हुआ है अब भी वक्त है मिलजुलकर  आपसी भाई चारे के साथ उसी तरह रहो जैसे होली के त्यौहार में एकदूसरे के गले मिलकर रहते मानते हैं । 
          बाकी दूसरी तरफ यहाँ पर बहुत ही गंभीर बातों को  हम कुछ सत्य कड़वी और हकीकत बातों को उजागर करना भी चाहेंगे , डॉ. भीम राव आंबेडकर जी ने कुछ शिक्षा पूर्ण बाते की थीं  या आप उनका उपदेश समझ सकते हैं>  शिक्षित बनो , ( ज्ञान अर्जित करो )  संगठित रहो (  आमिर गरीब सब साथी एक बनकर रहो ) संघर्ष करो ( अपनी कठिनाइयों अपनी रुकावटों  से संघर्ष करो ) एक बनो , नेक बनो , मानवता की क्या पहचान मानव मानव एक सामान।  ऐसे ही कई बाते  गूढ़ रहश्य भरी बाते बाबा भीम राव अंबेडकर जी ने कही हैं , तो क्या हम उनके बताये हुए सही मार्ग पर चल रहे हैं। 
       त्रिकाल दर्शी महाऋषि भगवन वाल्मीकि जी , महात्मा भगवन बौद्ध जी , महर्षि वेदव्यास जी , सिख गुरु रामदास जी , भक्त श्रिरोमणि रविदास जी , भक्त कबीरदास  जी,  जैसे  अन्य महात्मा लोग अपनी भक्ति से शक्ति प्राप्त कर अमर हुए न की किसी राजनीति के जंजाल में फसकर महान  हुए ? 
       हिन्दू , मुस्लिम, सिख ,ईसाई, बौद्ध , सभी लोग  मानवता इंसानियत को आगे रख कर ख़ुशी ख़ुशी जिए क्यों की भारत  प्रजातंत्र राष्ट्र  देश है सभी को आज़ादी से जीने का हक़ है। यह भी सत्य है की आजकल की सड़ीगली बदबूदार राजनीति को ऊपर से धर्म के नामपर , जाती के नामपर , तथाकथित नेता  अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं देश वासियों को इन मतलबी फरेबी स्वार्थी नेताओं के  सड़ीगली राजनीतिको से दूर रहकर अपनी कौम को बचाये। 
      जय हिन्द