Monday 17 December 2018

हमारे देश में ऐसे ही जांबाज पुलिस अधिकारीयों की जरुरत है।

 मौजूदा समय देश के हर जिले में ऐसे पुलिस अफसर होने चाहिए।
  Dr.Bharat :-F.I.B. First Inestigation Bureau ( Media Serice )
कर्म के पुजारियों की कमी नहीं है देश में, लेकिन भ्रष्ट और सड़ीगली राजनीति ने देश का बेड़ागर्क करके रख दिया है , ईमानदार कर्मचारियों अधिकारीयों को तरह तरह से हराशमेंट उत्पीड़न किया जाता है। लेकिन देश में देश के कर्म के पुजारियों , देश भक्तों की भी कमी नहीं है ,ऐसे लोग अपने कर्म फ़र्ज़ के आगे पहाड़ के सीने पर अपना पंचम लहरा देते हैं।   

           मीडिया न्यूज़ एजेंसी :   New Delhi : कर्नाटक की तेजतर्रार आइपीएस अफसरों में शुमार हैं डी रूपा (IPS D Roopa)। फील्ड ही नहीं सोशल मीडिया पर भी सक्रियता के लिए जानी जातीं हैं। जरूरी सम-सामयिक मुद्दों पर ट्वीट और पोस्ट लिखतीं रहतीं हैं। इस वक्त कर्नाटक पुलिस में इंस्पेक्टर जनरल यानी आइजी हैं। फिलहाल सूबे में उनके हवाले होम गार्ड्स और सिविल डिफेंस की कमान है।
      इसके पहले वह डीआइजी(जेल) के पद पर थीं। तब वह सुर्खियों में रहीं थीं, जब जयललिता की करीबी और भ्रष्टाचार में कर्नाटक की जेल में बंद तमिलनाडु की एआईएडीएमके नेता शशिकला को अंदर मिलने वाली वीआइपी सुविधाओं का भंडाफोड़ किया था। आज, यहां चर्चा दूसरी वजह से है। डी रूपा(D Roopa) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोल कराया। इस पोल के जरिए उन्होंने पुलिस के बारे में आम जन की राय भांपने की कोशिश की। डी रूपा ने ट्वीट कर पूछा- आपमें से कितने लोग वास्तव में अब तक पुलिस के संपर्क में आए हैं और पुलिस के बारे में आपका ख्याल कैसा रहा? इसमें चार विकल्प दिए गए थे। सकारात्मक, नकारात्मक और संपर्क में कभी नहीं आए(नकारात्मक) और संपर्क में कभी नहीं( सकारात्मक)  
      डी रूपा के पोल पर 11544 लोगों ने जवाब दिए। खास बात रही कि आधे से ज्यादा यानी 51 प्रतिशत लोगों ने आईपीएस ने निगेटिव विकल्प पर वोट दिया। यानी पुलिस को लेकर उनका बुरा अनुभव रहा। इसी तरह महज 28 प्रतिशत ने पुलिस से अपने संपर्क को सकारात्मक माना वहीं 12 प्रतिशत ने बताया कि उन्होंने पुलिस से कभी संपर्क नहीं किया मगर नकारात्मक धारणा है, जबकि नौ प्रतिशत ने वोट कर बताया कि वे कभी संपर्क में नहीं आए मगर धारणा पॉजिटिव(सकारात्मक) है। पोल में भाग लेने के अलावा भी तमाम लोगों ने डी रुपा के इस ट्वीट पर जवाब दिए। बताया कि अब भी पुलिस को लेकर जनता में धारणा अच्छी नहीं है। हालांकि कुछ लोगों ने अपने अच्छे अनुभव भी सुनाए। इस ऑफीसर के सामने या नाम से बड़े बड़े धुरंदर राजनीतिक नेताओ , माफिया ,गुंडे बदमाशों के पसीने छूट जाते हैं। 
      उमा भारती को जब गिरफ्तार करने निकलीं थीं  :डी रूपा ही वह आईपीएस हैं, जो 2004 में एक वारंट को तामील कराने के लिए कर्नाटक से उमा भारती को गिरफ्तार करने एमपी के लिए निकल पड़ीं थी, वो भी जब उमा भारती मुख्यमंत्री थीं। हालांकि डी रूपा के पहुंचते से पहले तक उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दियाथा।। तब डी रूपा कर्नाटक के धारवाड़ जिले की पुलिस अधीक्षक(एसपी) थीं। दरअसल, जब 2003 के चुनाव में उमा भारती मुख्यमंत्री बनीं तो उनके खिलाफ दस साल पुराने मामले में गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। यह मामला कर्नाटक के हुबली से जुडा था। जहां 15 अगस्त 1994 को ईदगाह पर तिरंगा फहराने के मामले में उनके खिलाफ वारंट जारी हुआ था। आरोप था कि उनकी इस पहल से सांप्रदायिक सौहार्द खतरे में पड़ा। वारंट जारी होने पर उमा भारती को कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। बाद में कोर्ट में उमा भारती को पेश होना पड़ा।
     फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो(F.I.B.)  देश के जाबांज पुलिस सुरक्षा से जुड़े सभी अधिकारीयों से अपील करते हुए आग्रह करती है की अब समय आगया है की राष्ट्र हित में अपने कर्म के प्रति गंभीर हो कर कार्य करें , क्योंकि सम्पूर्ण देश की एकता अखण्डता के लिए अग्रसर होना समय की मांग है।   यह भी एक सत्य है की भारत देश कभी भी वीर पुरुषों देशभक्तों से खाली नहीं रहा है , कहावत प्रसिद्ध है  की...... लगी आग आकाश में जलजल के गिरा अंगार , भक्त न होते जगत में तो जल जाता संसार। साथ ही ( F.I.B.) देश के नागरिकों और  अपने सभी सदस्यों से अपील करती है की वे पूर्ण रूप से सक्रीय होकर अपराधों की रोकथाम और भ्रष्ट लोगों को कानून के हवाले करने में पुलिस सुरक्षा बलों का सहयोग करें।   

Wednesday 12 December 2018

SURYA ICBM MISSILE क्या आप जानते है सच्चाई..? शक्तिशाली नम्बर एक

    पुरे विश्व में  भारत वर्ष देवभूमि और महा  शक्तिशाली  देश रहा  है। 
 Dr. Bharat :- F.I.B. ( First Inestigation Bureau )

             यह एक हकीकत है की विश्व में वही देश सम्पूर्ण विश्व पर  राज और संचालन कर सकता हैं जो  धर्म कर्म और ज्ञान विज्ञान में आगे है ।यह भी सौ प्रतिशत सत्य है की अगर हमारे देश के राजनीतिक के जिम्मेदार नेतागण देश के प्रति समर्पित हो जाएँ तो सम्पूर्ण  विश्व को अपने मनमुताबिक चलने चलाने पर विवश कर मानवता का नया इतिहास लिख सकते हैं। 
      आजकी जिस तरह से सियासत का माहौल बना हुआ है उससे यही जाहिर हो रहा है की  हमारे देश की सिआसत  राजनीत इतनी सड़ीगली बदबूदार हो गई कोई भी देश भक्त राजनीत में जाना नहीं चाहेगा।  क्योंकि मौजूदा समय में राजनीत झूठ धोखा  दगेबाज़ छल कपट स्वार्थी नेताओं का गढ़  हो चुकी है। 
       दूसरी तरफ देश में प्रतिभा वानों की, कर्म के पुजारियों की, और कुछ प्रतिशत ईमानदारों की भी कमी नहीं है। अभी भी देश भक्त और ईमादार अधिकारी कर्मचारी है जिनकी बदौलत हमारा देश आगे बढ़ रहा है।
वैज्ञानिकी क्षेत्र में कई मायने में हमारा देश विश्व के बड़े देशों की बराबरी ही नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में हमारा देश विश्व के अन्य देशों से आगे निकल चूका है। 
      विशेष तौर पर हम देश की रक्षा सुरक्षा के सन्दर्भ में बात कर रहे है , चाहे जलसेना से सम्बंधित INS विक्रमादित्य , विशाखापत्तनम एयरक्राफ्ट या INS चक्र सबमैरीन या अन्य हो।   या  वायुसेना से सम्बंधित फटगोनं एवाक्स , तेजस + हो या सुखोई 30 MKI ,।  स्थलसेना से सम्बंधित आर्टलरी कुछ टैंकों के एलावा  भीष्म टैंक, अर्जुन टैंक  इत्यादि  हो।  या  पिनाका मिसाइल , नाग मिसाइल , पृथ्वी मिसाइल , निर्भया मिसाइल , ब्रह्मोस मिसाइल , अग्नि मिसाइल या  अत्याधुनिक  काली + टू + , और  सूर्या मिसाइल वगैरह वगैरह। 
      इस छोटी सी जानकारी लिखने का उद्देश्य  मतलब यह है की  की देशवासी आराम से बेख़ौफ़ रहकर अपने परिवार अपने समाज अपने देश के प्रगति के लिए अपना कार्य करते रहे देश के जिम्मेदार देश के वैज्ञानिक देश के सुरक्षाबल अपना फर्ज पूरा कर रहे हैं।  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो  F.I.B. परिवार देश के वैज्ञानिको और सुरक्षा से जुड़े सभी महानुभाओं को नमन करती है। 
     

Wednesday 5 December 2018

..भारत सरकार को अब राष्ट्र हित में कदम उठाना जरुरी .

सामरिक स्तर पर भारत विश्व भर में मजबूत , पर आंतरिक सुरक्षा   पर सरकार को अविलम्ब ध्यान देना जरुरी  ।  
Dr. Bharat > F.I.B. ( First Inestigation Bureau )    

        लुधियाना : इसमें कोई दो राय नहीं की दिनों पर दिन हमारा देश वैज्ञानिकी और सामरिक ( मिलिटरी = जलसेना , वायुसेना , स्थलसेना और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भर ही क्या विश्व में अग्रणीय  होता जा रहा है यह देश और देश वासियों  के लिए गर्व की बात है जैसा की कुछ  वे नागरिक जो नहीं जानते हैं  वे प्रामाणिक तौर पर इस  विडिओ में देख सकते और समझ सकते है  है ।  
     परन्तु देश के अंदर ही अंदर जातिवाद, क्षेत्रवाद , सम्प्रदायवाद के  गंदी सड़ीगली राजनीति के षड्यंत्र के बारूदी ढेर पर खतरे के निशान को पार करता जा रहा है जिसे अनदेखा करना  देश को और देशवासियों को  घातक परिणाम भुकतना पड़ेगा , जिसके लिए सरकार को रजनीतिक छोड़कर सार्थक कदम उठाना अति आवश्यक हो गया है , क्योंकि की भारत विरोधी देशी विदेशी शक्तियां अपने मकड़जाल फैलाकर देश के कट्टरपंथी  धर्मांध और बेरोजगार युवकों को अपने गंदे मिशन  के लिए अपने कब्जे में करती जा रही हैं।   
      विगत कुछ  दिनों से छोटी जाति , बड़ी जाति  का अलाप व् आंदोलन  ,  अयोध्या में रामजन्म भूमि  में मंदिर बनाने के नाम पर लाखों हिंदुओं का एकत्रित होना और मंदिर बनाने की मांग करना  , उसके बाद उत्तर प्रदेश व  के पश्चिमी क्षेत्रों बुलंदशहर आसपास  क्षेत्र में जमात का गुप्त कार्य की सुचना का आदान प्रदान करना अनगिनत  की संख्या में एकत्रित होना और धर्म--जेहाद के नामपर उकसाने वाले भाषण देना और अपनी ताकत के बल पर देश के प्रधान मंत्री तक को अपशब्द कहना और गौकशी के नामपर दंगेफसाद कर खून खराबा करना, भड़काने वाले विडिओ वायरल करना यह देश को साम्प्रदाइक आग में झोंकने का षड्यंत्र  नहीं तो क्या है ? , इतनी वक्त  उत्तर प्रदेश एक ज्वाला प्रतीत हो रही है। धर्म मजहब के नामपर अपनी ताकत दिखने के लिए जमात ए उलेमा का  पस्छिमी बेंगाल कोलकता में भी अपनी एकता ताकत दिखाना। यही सब देश विरोधी शक्तियां चाहती हैं की जितना ज्यादा उथल पुथल दंगेफसाद होंगे उतना ज्यादा देश कमजोर होगा और इसी देश के इसी मिटटी के लोग एक दूसरे के खून के प्यासे होकर आपस में लड़ मरेंगे और फिरका परस्त और देश के दुश्मनो की चाल उनका का मिशन कामयाब होगा । 
         फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो F.I.B. भारत सरकार के  माननीय  प्रधामंत्री , और देश के जिम्मेदार अधिकारीयों  राजनीतिक नेताओं से  देश के आंतरिक सुरक्षा की तरफ विशेष और अविलम्ब ध्यान देकर सुरक्षा मजबूत कर उचित एंव आवश्यक कदम उठाने की मांग की , और यह  जरुरी हो गया है की राजनीति से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक दल एक जुट एक राय होकर देश को सभालें । साथ ही फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो सभी देश वासियों से अपील करती है की आपसब किसी अफवाह पर न तो ध्यान दे  और न ही कोई ऐसा कार्य करे जिससे देश का या किसी व्यक्ति का कोई नुक्सान हो क्यों की यह देश आपका है और इस देश के सभी जाती धर्म के लोग सब एक हैं इस लिए प्रेम भाई चारे के साथ रहते हुए आपसब  खुद कानून का पालन करे और दूसरों से भी कानून का पालन कराएं  ।
           जय हिन्द 










                  डाक्टर  भारत