Wednesday, 14 June 2017

C.B.I. का NDTV पर छापा खतरनाक

ऐसे काम सरकार द्धारा मीडिया का गला दबाकर हत्या करने का प्रयास 
जिस तरह से सरकारी तंत्र सरकार के कहने पर आम नागरिकों का उत्पीड़न मनमानी कर हत्या तक करवा देती है उसी तरह देश के चौथे स्तम्भ कहे जाने वाले कलम के सिपाही  मीडिया को भी तबाह करने पर उतारू,  सरकार  का यह कार्य निंदनीय कहा जाने वाला हिटलरशाही है।  
डॉ. भारत राम 
Dr.Bharat : First Investigation Bureau(F. I. B. Media Service)            आज अगर पुरे देश में  हर छण   आम नागरिकों से लेकर पुलिस प्रशासन ,सरकार  तक  सही रिपोर्ट  सुचना पहुँच रही है तो  यह सब सुचना तंत्र  मीडिया की देन है।  मीडिया की वजह से ही जहाँ बड़े से बड़े अपराधों ,स्कैंडलों की  वह हकीकत पर्दा पास हो रहा है जो पर्दाफांश  सरकारी तंत्र खुद नहीं कर सकता है ?अगर जिस वक्त कलम मीडिया के सिपाही सो गए या चुप हो गए तो भ्रष्ट अफसरशाही और भ्रष्ट नेता देश का बेड़ागर्क  करते हुए  वह हाल कर  देंगे जैसे  चार भूखे भेडिओं के बीच में एक नन्हा सा मेमना बकरी का बच्चा आ कर भेड़िओं का शिकार होगया  हो ? देश के सरकार के हर विधायक ,सांसद ,मंत्री  कितनो बड़ा  अपराध में लिप्त हो उसको हर सुख सुविधा ,ऐशो आराम  मिलता है ? और देश का चौथा  स्तम्भ  कहे जाने वाले मीडिया को सच्चाई सामने लाने  पर हकीकत दिखाने  पर तरह तरह का उत्पीड़न  सजा तक देकर उनकी आवाज़ दबाकर उसी भारतीय संविधान की धज्जियाँ उड़ाई  जाती है जिस संविधान की कसम खाकर जिस संविधान के अंदर रहने का दम्भ भरते हैं ऐ कैसा इंसाफ है ,क्या कानून की तरह सरकार के आँखों परकाली  पट्टी पड़ी है ?।           यह भी एक सच्चाई है की  सरकार  द्वारा अपने हक़ की आवाज़ उठाकर सरकारी दमन विरोध की आवाज़ दबाने के लिए सरकार राजद्रोह जैसे कानून का तथाकतिथ उपयोग करती रही है। ( यहाँ यह भी सत्य है कि जब देश समाज खतरे में हो तब कुछ क़ानून सख्त करना समय की मांग होती है ,लेकिन वही कानून हमेसा लागु नहीं हो सकता   ) 2005 में कानून बनाने के बाद से अबतक सुचना की आजादी, प्रेस की आजादी, और सही रिपोर्टिंग करने वाले मीडिया  के 51  से ज्यादा  लोगों की हत्या कर दी गयी या करवा दी गयी।  वाह रे भारतीय सरकार  कहाँ ऐसे  कलम के सिपाहियों  को सुरक्षा  संरक्षण  सहयोग देना चाहिए कहाँ  तरह तरह का शारीरिक उत्पीरण  मानशिक उत्पीरण  ?, अब भी वक्त है की सरकार  और सरकारी तन्त्र  ऐसे अपनी हिटलरशाही बंद करे वार्ना देश को ईरान ,इराक ,सीरिया ,अफगानिस्तान जैसे हालात  से गुजरना पर सकता है क्योंकि विदेशी शक्तियां ,विदेशी दुश्मन घात लगाकर बैठे हैं की कब मौका मिले की वे देश में अपने घिनौने कार्य करें , वक्त की नजाकत यही कहती है की सरकार  सभी का साथ सभी का हाथ वाली कहावत पर चलते हुए भविष्य के कार्य को आगे बढ़ाना ही भारत देश की शक्ति को बढ़ा सकता है।  






































































































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