Thursday, 15 June 2017

पाकिस्तानी जेलों में भारत के 54 युद्धबंदियों सहित कुल 74 रक्षा कर्मचारी बंद


सूचना अधिकार के तहत विदेश मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट 
अमृतसर: Sanjeev Mahajan  F . I . B. Media 
पाकिस्तानी जेलों में 1965 तथा 1971 के 54 युद्धबंदियों सहित कुल 74 रक्षा कर्मचारी बंद हैं।आरटीआई एक्टिविस्ट डालचंद पंवार ने जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत केंद्रीय विदेश मंत्रालय से पाक जेलों में बंद युद्धबंदियों व अन्य रक्षा कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी थी। विदेश मंत्रालय की ओर से संजय कुमार द्वारा डाल चंद पंवार को भेजे गए जवाब में कहा गया है कि भारत सरकार ने कई बार राजनयिक माध्यमों से पाकिस्तान सरकार को भारतीय युद्धबंदियों को रिहा करने के लिए कहा है लेकिन पाकिस्तान सरकार ने कभी भी यह स्वीकार नहीं किया कि भारतीय युद्धबंदी उनकी जेलों में बंद हैं।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री के जनवरी 2007 में पाकिस्तान दौरे के दौरान यह मामला उठाया गया था। भारत के आग्रह पर 2008 में एक कमेटी का गठन किया गया था जोकि लापता रक्षा कर्मचारियों का पता लगा सके। 24-25 मई 2012 को इस्लामाबाद में गृह सचिव स्तर की वार्ता में भी यह मामला उठा था। उसके बाद 4-5 जुलाई 2012 को नई दिल्ली में हुई विदेश सचिव स्तर की वार्ता में भी यह मामला उठाया गया था परन्तु इसके बावजूद पाकिस्तान ने अपने स्टैंड में कोई परिवर्तन नहीं किया। अब प्रश्र यह खड़ा होता है कि आखिर यह लापता रक्षा कर्मचारी कहां चले गए। डाल चंद पंवार ने कहा कि सीमा से गायब हुए 74 फौजी जवानों के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार को अब यह मामला यू.एन. या अंतर्राष्ट्रीय अदालत में उठाना चाहिए।

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