F.I.B. फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो की रिपोर्ट के बाद भारत सरकार सहित दुनियां के कई मुल्क सतर्क।
Dr. Bharat : Director - ⇒ First Investigation Bureau F.I.B. Intelligence Media Service,
आजकल इंटरनेट इलेक्ट्रॉनिक युग के कार्य ने जहाँ कई कठिन काम आसान कर दुनियां की देरी दुरी ही बदल दिए हैं , वहीँ इसमें घुसपैठ कर साईबर क्राईम कर तबाही मचाने वाले खुरापातियों से दुनिया सकते में भी आगयी है,कई देश अब इस गंभीरता को सझते हुए कड़े कदम उठा रहे हैं ।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरनेट युग में जहाँ कई देशों को सामरिक शक्ति में शिखर पर पहुंचा दिया है , वहीँ मानव जीवन की कठिन से कठिन काम बारीकियों को आसान बना दिया है। लेकिन जहाँ यह हर छण मानव के सुविधा कार्य के लिए जरुरी हो चूका है वहीँ यह हद स ज्यादा घातक भी हो गया है एक छोटी सी गलती इस पृथ्वी से मानव क्या सम्पूर्ण जिव ही ख़त्म कर सकती है ।
यह सब इसलिए घातक हो गया की इंटर नेट कंप्यूटर को हैक करने वाले भी हर मुल्क में थोड़ा बहुत हो चुके हैं आये दिन सुनने को खबर मिल जाती है की इस देश के सैनिक जानकारी या अति गोपनीय सामरिक डाटा हैक या इसमें घुसपैठ कर छेड़छाड़ किया गया इत्यादि। अब सवाल यह उठता है की परमाणु मिसाइल तबाही करने वाले परमाणु हाइड्रोजन बम्ब जैसे घातक मिसाईल कई मुल्कों ने एक दूसरे देश को निशाना बनाकर तैनात कर रखी हैं। अमेरिका , रूस ,चीन , दक्षिण कोरिआ , फ्रांस ,ब्रिटेन , जापान , इंडिया , पाकिस्तान जैसे कई अन्य मुल्क विध्वंशक मिसाईलों से लैंस हैं। यह भी सत्य है की अगर किसी सरफिरे शासक ने जनून या मूर्खता में आकर या जिसका डर इतनी वक्त पूरी दुनियां को है की कोई सनकी आतंकवादी मानवता का दुश्मन किसी मुल्क के कंप्यूटर हैक कर ( साईबर क्राइम) सुरक्षा से सम्बंधित सामरिक अति गोपनीय से छेड़छाड़ कर मिसाइल एक दूसरे देश के प्रति गड़बड़ कर दी तो उतनी वक्त इस पृथ्वी का क्या मंजर होगा इतना ही लिखना काफी है की पूरी दुनियां तबाह होकर मरुस्थल या बर्फ से ढक जाएगी या जीवन विहीन शुक्र ग्रह जैसी हो जाएगी यह खतरा दुनियां के सभी देश जान रहे हैं ऐसी मूर्खता कोई भी कर बैठे लेकिन इसका जिम्मेदार खुद अमेरिका होगा ।
फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ने अमेरिकी वैज्ञानिको द्वारा इ वी एम् EVM. द्वारा भारत में प्रजातंत्र की जड़े खोखला ( 7 मार्च 2018 को लिखी गयी रिपोर्ट देश समाजहित में जाँच होना दोषियों को सजा जरुरी। अगर यह बात सत्य है तो देश का गद्दार कौन है ? क्या ऐसे में देश की सुरक्षा खतरे में नहीं ?) तबाही वाले लिखी गई रिपोर्ट के बाद भारत के गृहमंत्री ने साइबर क्राइम करने वालों को शख्ती साथ निपटने और कड़ी सजा का प्रावधान एलान पास किया। वही दुनियां के कई अन्य मुल्कों ने भी साइबर क्राइम को शख्ती के साथ निपटने का एलान किया। FIB. का मानना है की इस पृथ्वी पर मानव सभ्यता , मानव जीवन के साथ ईश्वर द्वारा - प्रकृति द्वारा दिया गया अन्य जिव के साथ पेड़ पौधों हर वास्तु की रक्षा के लिए पूरी दुनियां के मुल्कों के पास जितने भी तबाही वाले परमाणु, हाइड्रोजन बम्ब मिसाइले व् हथियार हैं उन सभी को नष्ट कर देना ही हितकर होगा , वरना अंजाम की भयानकता के लिए तैयार रहना ?>?
इलेक्ट्रॉनिक इंटरनेट युग में जहाँ कई देशों को सामरिक शक्ति में शिखर पर पहुंचा दिया है , वहीँ मानव जीवन की कठिन से कठिन काम बारीकियों को आसान बना दिया है। लेकिन जहाँ यह हर छण मानव के सुविधा कार्य के लिए जरुरी हो चूका है वहीँ यह हद स ज्यादा घातक भी हो गया है एक छोटी सी गलती इस पृथ्वी से मानव क्या सम्पूर्ण जिव ही ख़त्म कर सकती है ।
यह सब इसलिए घातक हो गया की इंटर नेट कंप्यूटर को हैक करने वाले भी हर मुल्क में थोड़ा बहुत हो चुके हैं आये दिन सुनने को खबर मिल जाती है की इस देश के सैनिक जानकारी या अति गोपनीय सामरिक डाटा हैक या इसमें घुसपैठ कर छेड़छाड़ किया गया इत्यादि। अब सवाल यह उठता है की परमाणु मिसाइल तबाही करने वाले परमाणु हाइड्रोजन बम्ब जैसे घातक मिसाईल कई मुल्कों ने एक दूसरे देश को निशाना बनाकर तैनात कर रखी हैं। अमेरिका , रूस ,चीन , दक्षिण कोरिआ , फ्रांस ,ब्रिटेन , जापान , इंडिया , पाकिस्तान जैसे कई अन्य मुल्क विध्वंशक मिसाईलों से लैंस हैं। यह भी सत्य है की अगर किसी सरफिरे शासक ने जनून या मूर्खता में आकर या जिसका डर इतनी वक्त पूरी दुनियां को है की कोई सनकी आतंकवादी मानवता का दुश्मन किसी मुल्क के कंप्यूटर हैक कर ( साईबर क्राइम) सुरक्षा से सम्बंधित सामरिक अति गोपनीय से छेड़छाड़ कर मिसाइल एक दूसरे देश के प्रति गड़बड़ कर दी तो उतनी वक्त इस पृथ्वी का क्या मंजर होगा इतना ही लिखना काफी है की पूरी दुनियां तबाह होकर मरुस्थल या बर्फ से ढक जाएगी या जीवन विहीन शुक्र ग्रह जैसी हो जाएगी यह खतरा दुनियां के सभी देश जान रहे हैं ऐसी मूर्खता कोई भी कर बैठे लेकिन इसका जिम्मेदार खुद अमेरिका होगा ।
फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ने अमेरिकी वैज्ञानिको द्वारा इ वी एम् EVM. द्वारा भारत में प्रजातंत्र की जड़े खोखला ( 7 मार्च 2018 को लिखी गयी रिपोर्ट देश समाजहित में जाँच होना दोषियों को सजा जरुरी। अगर यह बात सत्य है तो देश का गद्दार कौन है ? क्या ऐसे में देश की सुरक्षा खतरे में नहीं ?) तबाही वाले लिखी गई रिपोर्ट के बाद भारत के गृहमंत्री ने साइबर क्राइम करने वालों को शख्ती साथ निपटने और कड़ी सजा का प्रावधान एलान पास किया। वही दुनियां के कई अन्य मुल्कों ने भी साइबर क्राइम को शख्ती के साथ निपटने का एलान किया। FIB. का मानना है की इस पृथ्वी पर मानव सभ्यता , मानव जीवन के साथ ईश्वर द्वारा - प्रकृति द्वारा दिया गया अन्य जिव के साथ पेड़ पौधों हर वास्तु की रक्षा के लिए पूरी दुनियां के मुल्कों के पास जितने भी तबाही वाले परमाणु, हाइड्रोजन बम्ब मिसाइले व् हथियार हैं उन सभी को नष्ट कर देना ही हितकर होगा , वरना अंजाम की भयानकता के लिए तैयार रहना ?>?
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