रिफाइन्ड तेल के रूप में जहर खिलाने के लिए कौन जिम्मेदार ?
Dr. Bharat : State Bureau Chief DTN, & World Ayurved Reseaarch &Development Council +
मीडिया एजेंसी की रिपोर्ट का खुलासा
इंडिया का सबसे ज्यादा मौतें देने वाला
तेल, हर साल लेता है 20 लाख लोगों की जान, लोग फिर भी हैं अनजान
Dr. Bharat : State Bureau Chief DTN, & World Ayurved Reseaarch &Development Council +
मीडिया एजेंसी की रिपोर्ट का खुलासा
इंडिया का सबसे ज्यादा मौतें देने वाला
तेल, हर साल लेता है 20 लाख लोगों की जान, लोग फिर भी हैं अनजान
मीडिया एजेंसी DH : अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कुछ लोग
भूल कर ऐसी चीजों का सेवन कर लेते हैं जो मौत का कारण बन जाता है। आज मैं आपको एक
ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसे लोग जानबूझ कर सेवन करते हैं, जो मौत का कारण बन जाती है। जी हाँ, मैं बात कर रहा हूँ रिफाईनड तेल के बारे में, रिफाईनड तेल के कारण भारत में हर साल २० लाख से ज्यादा लोगों
की मौत हो जातीं हैं। रिफाईनड तेल के सेवन करने से डीएनए डैमेज, आरएनए नष्ट, हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉकेज, ब्रेन डैमेज, लकवा शुगर,बीपी,
नपुंसकता, कैंसर,
हड्डियों का कमजोर हो जाना, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द, किडनी डैमेज, लिवर खराब, कोलेस्ट्रोल, आंखों रोशनी कम होना, प्रदर रोग,
बांझपन, पाईलस, स्केन त्वचा रोग आदि होते हैं। केरल आयुर्वेदिक युनिवर्सिटी आंफ रिसर्च केन्द्र के अनुसार, हर वर्ष 20
लाख लोगों की मौतों का कारण रिफाईनड
तेल बन गया है। जयपुर के प्रोफेसर श्री राजेश गोयल का कहना है कि, गंदी नाली का पानी पी लें, उससे कुछ
भी नहीं होगा क्योंकि हमारे शरीर में प्रति रोधक क्षमता उन बैक्टीरिया को लडकर
नष्ट कर देती है, लेकिन रिफाईनड तेल खाने वाले व्यक्ति की अकाल मृत्यु होना
निश्चित है।
ब्लीचिंग विधि में पी.ओ. ब्लीचिंग /पी. ओ. पी. यह मकान बनाने मे काम ली जाती है/का उपयोग करके तेल का कलर और मिलाये गये कैमिकल को 130 °F पर गर्म करके साफ किया जाता है।
हाइड्रोजनीकरण की प्रक्रिया में एक टैंक में तेल के साथ निकिल और हाइड्रोजन को मिक्स करके हिलाया जाता है। इन सारी प्रक्रियाओं में तेल को 7-8 बार गर्म व ठंडा किया जाता है, जिससे तेल में पांलीमर्स बन जाते हैं, उससे पाचन प्रणाली को खतरा होता है और भोजन न पचने से सारी बीमारियाँ होतीं हैं।
निकेल एक प्रकार का उत्प्रेरक धातु होता है जो हमारे शरीर के श्वसन प्रणाली, लिवर, त्वचा, चयापचय, डीएनए, आरएनए को भंयकर नुकसान पहुंचाता है। रिफाईनड तेल के सभी तत्व नष्ट हो जाते हैं और ऐसिड मिल जाने से यह भीतरी अंगों को नुकसान पहुंचाता है। मैं तो अपने पाठकों से कहना चाहूँगा कि रिफाईनड तेल की जगह सरसों आदि के तेल का सेवन करें और अकाल मृत्यु से बचें।
ब्लीचिंग विधि में पी.ओ. ब्लीचिंग /पी. ओ. पी. यह मकान बनाने मे काम ली जाती है/का उपयोग करके तेल का कलर और मिलाये गये कैमिकल को 130 °F पर गर्म करके साफ किया जाता है।
हाइड्रोजनीकरण की प्रक्रिया में एक टैंक में तेल के साथ निकिल और हाइड्रोजन को मिक्स करके हिलाया जाता है। इन सारी प्रक्रियाओं में तेल को 7-8 बार गर्म व ठंडा किया जाता है, जिससे तेल में पांलीमर्स बन जाते हैं, उससे पाचन प्रणाली को खतरा होता है और भोजन न पचने से सारी बीमारियाँ होतीं हैं।
निकेल एक प्रकार का उत्प्रेरक धातु होता है जो हमारे शरीर के श्वसन प्रणाली, लिवर, त्वचा, चयापचय, डीएनए, आरएनए को भंयकर नुकसान पहुंचाता है। रिफाईनड तेल के सभी तत्व नष्ट हो जाते हैं और ऐसिड मिल जाने से यह भीतरी अंगों को नुकसान पहुंचाता है। मैं तो अपने पाठकों से कहना चाहूँगा कि रिफाईनड तेल की जगह सरसों आदि के तेल का सेवन करें और अकाल मृत्यु से बचें।
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