Saturday, 16 February 2019

काश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला बहुत ही दुखदायी हमला।

CRPF पर यह आत्मघाती हमला काश्मीर ही नहीं पुरे देश पर हमला है। 
 Dr.Bharat :> FIB = First Investigation Bureau Media Service
 यह हमारे देश के और देशवासियों के लिए  लिए बहुत ही दुखदाई घटना है और उन शहीद हुए नौजवानों की शहादत को भुलापाना असंभव है। साथ ही सहादत देने वाले नवजवानो के परिवारों के साथ आज पूरे  देश के लोगों की संवेदना सहानभूति है और हमेसा रहेगी।   
पडोसी देश जिस तरह से हमारे देश  के कुछ सरफिरे लोगों को बरगलाकर हमारे विरुद्ध इस्तेमाल कर रहा है उसमें कहीं न कही हमारी विदेश नीति ,हमारी कूटनीति ,हमारी अदूरदृष्टता हमारी सड़ीगली राजनीत जिम्मेदार है। सबसे दुखद यह है की पाक़िस्तान की ख़ुफ़िया एजेन्सी इण्टर सर्विस इंटेलीजेन्स ISI  के इलावा भी कुछ अन्य एजेंसियां के सहयोग से यह कार्य किया गया  है।  क्योंकि इतने बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने के लिए बहुत पहले से तैयारी चल रही थी और सबसे महत्वपूर्ण ध्यान देने योग्य यह है की इस आत्मघाती हमले के  कार्य को  अंजाम देने के लिए इतने बड़े पैमाने पर बारूद विस्फोटक आया कहाँ से, IB. RAW. MI. या अन्य ख़ुफ़िया एजेन्सियां क्या कर रही थीं , अगर ख़ुफ़िया एजेंसिओं ने पहले अगाह कर दिया था तो पुख्ता अमल पुख्ता बंदोबस्त क्यों नहीं किया गया कौन है इन सब का जिम्मेदार । 
     दूसरा पहलू यह की ? जब सुरक्षा बलों का कोई बड़ा काफिला कहीं मूवमेंट करता है या किसी इलाके से गुजरता है तो उस रास्ते रूट हाइवे पर सुबह ८ बजे से लेकर रात ८ बजे तक पूर्ण निगरानी के लिए सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। इस तरह के मूवमेंट के दौरान 4  से छह गाड़ियां सुरक्षा की दृष्टि से आगे चलती हैं ,इसके आलावा कुछ जवान हथियार समेत पैदल भी चलते हैं की कहीं कोई आतंकी काफिले में घुसने की कोशिश तो  नहीं कर रहा है। इसके अलावा  जिस रास्ते से काफिला गुजरता है उस रस्ते के हर 500 मीटर की दुरी पर हथियार बंद सुरक्षा कर्मी जवान तैनात रहते हैं ,? इसके बावजूद इतना बड़ा आत्मघाती हमला होना सुरक्षा का लूज पोल खोलता है की कहाँ कहाँ चूक क्यों  हुई है। फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो F.I.B. देश के जिम्मेदार नेताओं और भारत सरकार से पुरजोर अपील करती है की अब वक्त आगया है की देश के दुश्मनो को उसी की भाषा में जवाब देना ही समय की मांग है। ऑपरेशन ऑल आउट कहने से नहीं निर्णयात्मक और कारगर करवाई से होता है राजनीत भाषण से नहीं ।  आस्तीन में सांप बिच्छू पालकर आप सुरक्षित नहीं रह सकते और न ही आतंकवाद कभी ख़त्म हो सकता। इस लिए जरुरी है की अब सफ़ेद लिबास में छुपे ऐसे गद्दारों को भी नंगा किया जाये जिनके मिलीभगत से बेकसूर बेगुनाह और सुरक्षा कर्मी मारे जाते है। फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो मारे गए सुरक्षा बालों CRPF के जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित सैल्यूट  करती है और शहीद परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए नमन करती है।  

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