Monday, 18 December 2017

पंजाब की खटारा सरकारी बसों का किराया तै सीमा से ज्यादा।

पंजाब के सरकारी बसों में  किराया ज्यादा किसके आदेश से वसूला जा रहा है।  
पंजाब  में चलने वाली सरकारी बसों की हालत किसी खटारा से कम नहीं यात्री जहाँ मज़बूरी में यात्रा करते भी हैं लेकिन किराया निर्धारित सीमा से ज्यादा ? ऐसा क्यों कौन जिम्मेदार ?  
Onkar singh puri  F.I.B. Media :- Patti -- Tarntaran, Pb.
       
       फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ( पट्टी तरनतारन) साकार की अधिकतर विभागों की तरह पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की मनमानी अनियमितावों की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है यह कोई दोषरोपण नहीं बल्कि हकीकत है। जिन लोगों ने  सरकारी बसों में सफर किया है वे इन सब परेशानियों को जरूर जानते होंगे।  
    पट्टी से हरिकेपत्तन का किराया 20 रुपये , हरिकेपत्तन से मोगा का किराया 50 रुपये कुल किराया जोड़ कर 70  रूपये बनता है।  अगर कोई यात्री पट्टी से मोगा या मोगा से पट्टी आना या जाना हो तो सहूलियत के तहत 65 रूपये के आसपास होना चाहिए लेकिन यह क्या ? बसे  एक तरफ़ा किराया 75  रुपये वसूलती हैं ,इस विषय में जब कंडेक्टर और अड्डा इंचार्ज से पूंछ तांछ करने पर उन्होंने कोई सार्थक जवाब देने की बजाय हिला हवेली कर सरकारी आदेश और ट्रांसपोर्ट विभाग के ऊपर और इलेक्ट्रॉनिक मसीनों को बताया।  फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो सम्बंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारीयों से ऐसी लुटमलुट को अबिलम्ब बंद करने और पुरे पंजाब में इसी तरह हो रही धांधली की जाँच की मांग करती है। 

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