06-अगस्त-2017 12:20 IST
प्रेम, स्नेह और परस्पर विश्वास का प्रतीक है रक्षा बन्धन
नई दिल्ली: 6 अगस्त 2017: (PIB और FIB मीडिया)::
रक्षा बंधन के त्यौहार पर पूरे देश में उत्साह की लहर है। भाई बहन के पावन संबंधों और रक्षा जैसी गंभीर ज़िम्मेदारियों को बेहद गंभीरता से लेना जितना आज ज़रूरी है उतना शायद पहले कभी नहीं था। पश्चिमी आंधी के सामने डगमगा रही युवापीढ़ी भारत के सांस्कृतिक सिद्धांतों और मूल्यों को भूलती जा रही है। इस लिए राखी का त्यौहार एक ऐसा दिन है जो इन मूल्यों को फिर से जगा सकता है। रक्षाबंधन के बहाने पूरे समाज की रक्षा हो सकती है। प्रसन्नता की बात है की महामहिम राष्ट्रपति ने भी इस दिवस पर देश वासियों को बधाई दी है।
भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा:
“रक्षा बन्धन के शुभ अवसर पर मैं समस्त देशवासियों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं।रक्षा बंधन के त्यौहार पर पूरे देश में उत्साह की लहर है। भाई बहन के पावन संबंधों और रक्षा जैसी गंभीर ज़िम्मेदारियों को बेहद गंभीरता से लेना जितना आज ज़रूरी है उतना शायद पहले कभी नहीं था। पश्चिमी आंधी के सामने डगमगा रही युवापीढ़ी भारत के सांस्कृतिक सिद्धांतों और मूल्यों को भूलती जा रही है। इस लिए राखी का त्यौहार एक ऐसा दिन है जो इन मूल्यों को फिर से जगा सकता है। रक्षाबंधन के बहाने पूरे समाज की रक्षा हो सकती है। प्रसन्नता की बात है की महामहिम राष्ट्रपति ने भी इस दिवस पर देश वासियों को बधाई दी है।
भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा:
यह विशेष पर्व भाई-बहन के बीच वचनबद्धता के एक पवित्र संबंध के रूप में मनाया जाता है। प्रेम, स्नेह और परस्पर विश्वास का प्रतीक रक्षा बन्धन हमारे देश के सभी लोगों के लिए सुख और समृद्धि लाए। यह दिन भारतवासियों में भाईचारे की भावना को और सशक्त करने का अवसर बने, ऐसी मेरी मंगलकामना है।’’
आईये प्रार्थना करें कि भारतीय युवक को अपनी संस्कृति की पहचान फिर से आये और वो पश्चमी हवाओं के सामने एक पर्वत की तरह खड़ा हो जाये और उनका मुँह मोड़ दे।
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AKT/SH
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