Monday, 13 November 2017

पंजाब पुलिस का वर्तमान में काम सराहनीय परन्तु गति बनाये रखना जरुरी।

मौजूदा समय में पंजाब पुलिस प्रमुख सुरेश अरोड़ा के नेतृत्व में पंजाब पुलिस का काम ठीक , लेकिन भ्रष्ट कर्मियों और सफ़ेद लिबाश में छुपे राजनीतिकों पर करवाई ही पंजाब में शांति ला सकती है। 
Dr. Bharat  : F.I.B. >⇒ Media Intelligence Service 
   
   पिछले एक साल से पंजाब में कई धार्मिक नेतावों की हुयी हत्याओं ने  पंजाब पुलिस को सकते में डाल दिया था। और आम जनता तक यह सोचने लगी थी की पंजाब पुलिस प्रशासन को को क्या हो गया है जो निष्क्रिय पड़ी है , लेकिन पिछले दिनों पकडे गए देश व समाज विरोधियों की गिरफ़्तारी ने बहुत खोल दिया । रह गयी मीडिया की बात तो ऐसे में आजकल मीडिया अपना काम जरूर कर रही थी लेकिन दबे दबे से। 
      पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारीयों को अपने विभागीय कर्मियों को हर वक्त अटेन्शन रखना ही कामयाबी का रास्ता दिला सकती है। दूसरी जरुरी जो है की देश के अन्य राज्यों में पंजाब के विषय में दो  बातों से  कुछ अलग झेलनी  पड़ी  जिस हक़ीक़त को झुठलाया नहीं जा सकता , 1 -  गुजरा आतंकवाद , दूसरा नशीली वस्तुओं की वजह। और इन दोनों में कुछ राजनीतिक लोगों की मिलीभगत से ही पंजाब के लोगों को त्राश्दी झेलने को मजबूर होना पड़ा। 
       पंजाब पुलिस को इस प्रान्त सूबे की शान मान को बनाये रखने के लिए जरुरी है की सफ़ेद लिबास में छिपे काले भेड़ियों का पर्दाफाश करना ही समय की मांग है। अगर पुलिस इस कार्य में कामयाब होती है तो चाहे पकिस्तान की दुनियां भर में बदनाम ख़ुफ़िया एजेन्सी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस ( I.S.I.) हो या सीरिया इराक ईरान  जैसे मुल्क की बगदादी की I.S.I.S. या देशी आतंकवादी ग्रुप हों  सबके सब पस्त  हो जायेंगे। विदेशी खड्यंत्र के सम्बन्ध में  ( F.I.B. फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ) ने अपने 30  अक्टूबर के मीडिया रिपोर्ट में ही शंका जाहिर कर दी थी। वैसे अगर आम जनता चाहती है की पंजाब में शांति सौहार्द बना रहे तो अपराधों की रोकथाम में पुलिस प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।     

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