Friday, 8 September 2017

इनसाफ और हक़ पाने के लिए दरदर भटकते लोग।


बिहार में आज भी भ्रष्ट अफसरशाही के छत्र छाया में पूंजीपतियों की   दबंगई और गुंडई  के नीचे लोग जीने को मजबूर ? शासन प्रशासन  जानकार भी अनजान, फरियाद करे तो किससे कानून मूकदर्शक  बना गाँधी जी के तीन बन्दर की भूमिका  निभा रहा है ?   

   पटना  ( बिहार )  5   सितम्बर   ; सोहन कुमार साहनी ,एंव अरुण कुमार  FIB :⇒ Media  Information bureau :↦  बिहार राज्य  कभी शिक्षा , ज्ञान  ,परोपकार ,बहादुरी , मानवता का उदहारण  हुआ करता था।  परन्तु आजके मौजूदा समय में , हत्या अपहरण , बलात्कार , छीनाझपटी, किसी मजबूर गरीब  की जमीन पर फरेबी  कर्मचाररियों से मिलकर बाल्ट कब्जाकर अपने नाम पर करवा लेना जैसे कई अपराध सर चढ़कर बोलता है। 
         ऐसी ही एक दर्दनाक मामला की जानकारी  हमारे रिपोर्टर ने दी है की  गरीब साहनी  पुत्र स्वर्गीय तोता साहनी पुत्र  जतिन मंडल पुत्र हाथी मंडल मौजा - ग्राम बड़ी राँकोडी , तहसील - कोशी , जिला खगड़िया ,बिहार  वासी  की जमीं पर उसी ग्राम के मनीष सिंह ,फणीश सिंह पुत्रगण रग्वेन्दर  सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह   बलात  दबंगई के बलपर ६ बीघा से ऊपर जमीन पर फर्जी तरीके से कब्ज़ा कर रखा  है। जब गरीब साहनी ने इसकी जाँच करवाई तो तहसील के मुख्य कागज रजिस्टर पर ओवर राइटिंग की बात सामने आई इतना सबकुछ घपला होने के बावजूद सम्बंधित अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। 
             गरीब साहनी का लड़का  अमिताव साहनी जो लुधियाना पंजाब में अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए फल विक्रेता का काम करने के साथ गुप्तचर मीडिया संगठन फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ( F I B ) का सदस्य भी है। इन्ही बात के मद्दे नजर  अपनी घरेलु जमीनी मसले के सहयोग के लिए F I B कार्यालय में अपने पिता के साथ न्याय दिलाने हेतु फरियाद की।  इन सभी बातों की गंभीरता को देखते हुए FIB  ने  महामहिम राष्ट्रपति , बिहार के मुख्यमंत्री , डी.जी.पी . इत्यादि को विशेष पात्र भेजते हुए गरीब साहनी के जान माल की रक्षा का अनुरोध किया है। अब आगे यह देखना है की क्या गरीब साहनी को इंसाफ मिलता भी है या भ्रष्ट प्रशासन के राज्य में लोग यूँ ही दरदर की ठोकरें खाते  रहेंगे।  

No comments:

Post a Comment