फर्स्ट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो ने शहीद भगत सिंह का जन्मदिन , राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया गया .यह कार्यक्रम संगठन के राष्ट्रीय चेयरमैन डायरेक्टर डॉक्टर भारत की अध्यक्षता में मनाया गया l इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों में ओंकार सिंह पूरी , राजिंदर हंस , जगदीश चावला बिट्टू , हरप्रीत सिंह राजू , सुरिंदर विक्की ,सुबाश भारद्वाज, रामस्वरूप ,दिलीप कुमार ,मुकुल हंस , सुनील वर्मा बबलू , तथा अनेक गणमान्य उपस्थित थे , इस जन्मदिन मौके पर केक काटकर श्रद्धा प्यार जताया गया की शहीदों के बताये रास्तेपर चलने की जरुरत है l
प्रेम श्रद्धा विश्वास के साथ FIB कार्यालय में शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मानते संगठन के लोग |
शहीद भगत सिंह जी व परिवार की कुछ यादगार तस्वीरे |
देश के कर्णधारों होशियार , अगर समय रहते नहीं चेते तो देश का सत्यानाश होने में देर नहीं लगेगी .
जब सरकार के मंत्री गृहमंत्री राज्यसभा में कबूल करें की देश के अधिकतर 12 राज्यों में दुनियां की खूंखार आतंकवादी ग्रुपों के अड्डे जगह जगह हो चुके हैं तो हम आप ही क्या पूरा देश कैसे तबाही से बच सकता है , जबकि यह भी सत्य है जिसे पूरा देश जनता है की पकिस्तान की ख़ुफ़िया और खूंखार आतंकवादी एजेंसी इन्टर सर्विस इंटेलिजेंस आई.एस.आई. I.S.I. पहले से ही सक्रीय है ,
राष्ट्र की अखंडता और आन्तरिक सुरक्षा के
प्रति केंद्र सरकार को एलर्ट हो जाना चाहिए , केंद्र सरकार के साथ प्रादेशिक
सरकारें अपने मतभेद भुलाकर पहले देश की एकता की तरफ ध्यान दें वर्ना जैसे हालत दिख
रहे हैं वह पुरे देश के लिए घातक है ,? एक तरफ हिन्दू मुस्लिम का राजनितिक
षड्यंत्र , एक तरफ छोटी जाति बड़ी जाती का षड्यंत्र , एक तरफ देशी आतंकवाद ,एक तरफ
विदेशी आतंकवाद , एक तरफ बिगडैल कुछ पुलिस का ड्रामा , किसान लोगो के साथ राजनितिक ड्रामा एक तरफ लुट खसूट , हर तरफ
भय शंका का माहोल इन सब का कौन है जिम्मेदार ?
सबसे दुखद पहलु है
की पिछले दिनों क्या साल दो साल से देश के भीतर जिस तरह से माहौल बना उसका फायदा
देश विरोधी देशी क्या विदेशी शक्तियों ने
अपना पैर गहरे से जमा चुके हैं , ,, रह गई पकिस्तान की इन्टर सर्विस इंटेलिजेंस
ISI तो अपने कार्य में लगी ही थी लेकिन इस बीच सीरिया की खतरनाक आतंकी संगठन
इस्लामिक स्टेट ऑफ़ सीरिया + ISIS +++ जैसो
की घुसपैठ गहरी हो चुकी है , जिसक खुलासा पिछले दिनों मीडिया ने भी उठाया और
सरकारी ब्यायाँ में भी जाहिर किया गया ....सभी राजनितिक पार्टियाँ केंद्र से लेकर
प्रान्त तक अपने तिकड़म और ड्रामेबाजी में लगी ही जिस वजह से पुलिस सुरक्षा बालों
का ध्यान राजनितिक कार्यक्रमों की तरफ लगा है लेकिन देश के मुलभुत जरुरी और आन्तरिक सुरक्षा की तरफ ध्यान नहीं दिया जा
रहा है ,,,,
अब आती है वाद वाद ने तो गुंडई की हद कर दी है , क्षेत्रवाद ,सम्प्रदायवाद , परिवारवाद , जातिवाद , सियाशात्वाद , किन किन बातों को बताया जाये , हर तरफ गड़बड़ घोटाला , न्याय से लोगों की विश्वास टूटताजा रहा है , अन्याय का बोलबाला , लुटा पिटा ब्यक्ति अगर न्याय के लिए थाने जाता है तो उससे ऐसे सवाल पूंछतांछ की जाती है और इतना ह्राश्मेंट किया जाता है जैसे वही सबसे बड़ा अपराधी है
देश के शासकों को इस तरफ ध्यान देना लाजमी है , चाहे वे किसी भी राजनितिक पार्टी का लीडर ही क्यों न हो .l